स्वास्थ्य/चिकित्सा: पाचन से लेकर प्रजनन तक, हर समस्या का समाधान है कौंच बीज

पाचन से लेकर प्रजनन तक, हर समस्या का समाधान है कौंच बीज
कौंच बीज एक छोटे से बीज की तरह दिखता है, लेकिन इसमें बड़ी ताकत और गुण छुपे होते हैं। यह हमारी सेहत का खजाना है, जिसे आयुर्वेद ने सदियों से अपनाया है। यह एक खास औषधीय पौधा है जो बेल के रूप में उगता है। इसके बीज भूरे और काले रंग के होते हैं। भारत में इसे काफी समय से आयुर्वेदिक चिकित्सा के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। खासकर पुरुषों की कमजोरी, कामशक्ति की कमी, मानसिक तनाव और शरीर की थकान जैसी समस्याओं में यह बहुत असरदार माना जाता है।

नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। कौंच बीज एक छोटे से बीज की तरह दिखता है, लेकिन इसमें बड़ी ताकत और गुण छुपे होते हैं। यह हमारी सेहत का खजाना है, जिसे आयुर्वेद ने सदियों से अपनाया है। यह एक खास औषधीय पौधा है जो बेल के रूप में उगता है। इसके बीज भूरे और काले रंग के होते हैं। भारत में इसे काफी समय से आयुर्वेदिक चिकित्सा के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। खासकर पुरुषों की कमजोरी, कामशक्ति की कमी, मानसिक तनाव और शरीर की थकान जैसी समस्याओं में यह बहुत असरदार माना जाता है।

अमेरिका की नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, कौंच बीज को वैज्ञानिक भाषा में मकुना प्रुरिएंस कहा जाता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, अमीनो एसिड, और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व होते हैं। ये सभी तत्व मिलकर शरीर को बेहतर तरीके से बढ़ने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद प्रोटीन शरीर की मांसपेशियों को ताकत देता है, जिससे कमजोरी, थकावट और आलस्य दूर होता है। वहीं, फाइबर पाचन को सुधारने में मदद करता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।

कौंच बीज में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में मौजूद हानिकारक तत्वों को बाहर निकालते हैं और इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाते हैं।

आयुर्वेदिक ग्रंथों में इसे इस बीज का सबसे ज्यादा उपयोग पुरुषों को यौन समस्याओं से छुटकारा दिलाने में किया जाता है। इसे वाजीकरण, शीघ्रपतन और शुक्राणु की कमी जैसी समस्याओं के इलाज में प्रभावी माना गया है। यह बीज शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता दोनों को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को संतुलित कर सकता है, जिससे कामेच्छा भी बढ़ती है। यही वजह है कि इसे 'प्राकृतिक वियाग्रा' भी कहा जाता है।

कौंच बीज सिर्फ यौन स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक होता है। इसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो तनाव, चिंता और मानसिक थकान को कम करने में मदद करते हैं। यह नर्वस सिस्टम को शांत करता है और दिमाग को बेहतर तरीके से काम करने में सहायता करता है। कुछ शोध में पाया गया है कि कौंच बीज पार्किंसन जैसी तंत्रिका रोगों में भी सहायक हो सकता है, क्योंकि इसमें डोपामिन नामक रसायन को बढ़ाने की क्षमता होती है जो मस्तिष्क के लिए बहुत जरूरी होता है।

इसके अलावा, कौंच बीज शरीर की ताकत और सहनशक्ति बढ़ाने में भी मदद करता है। जो लोग रोज मेहनत करते हैं या थकान जल्दी महसूस करते हैं, उनके लिए यह बहुत उपयोगी हो सकता है। यह शरीर को नई ऊर्जा देता है और पूरे दिन तरोताजा बनाए रखता है। खेलकूद में भाग लेने वाले या व्यायाम करने वाले लोग भी इसका सेवन करके अपनी शक्ति और प्रदर्शन को बढ़ा सकते हैं।

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Created On :   4 July 2025 11:23 AM IST

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