आरजी कर केस पीड़िता के माता-पिता ने एनसीआरबी रिपोर्ट पर उठाए सवाल, दावा किया गया था 'कोलकाता सबसे सुरक्षित'

आरजी कर केस पीड़िता के माता-पिता ने एनसीआरबी रिपोर्ट पर उठाए सवाल, दावा किया गया था कोलकाता सबसे सुरक्षित
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की। इसमें उन्होंने कोलकाता को देशभर में सबसे सुरक्षित शहर बताया। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की पिछले साल रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। इस रिपोर्ट पर उसके अभिभावकों ने रिएक्ट किया है। उन्होंने इस नवीनतम रिपोर्ट का खंडन करते हुए कई सवाल खड़े किए हैं।

कोलकाता, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की। इसमें उन्होंने कोलकाता को देशभर में सबसे सुरक्षित शहर बताया। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की पिछले साल रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। इस रिपोर्ट पर उसके अभिभावकों ने रिएक्ट किया है। उन्होंने इस नवीनतम रिपोर्ट का खंडन करते हुए कई सवाल खड़े किए हैं।

एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, 2023 (उपलब्ध नवीनतम) में कोलकाता में प्रति लाख लोगों पर सबसे कम संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए हैं, जो लगातार चौथी बार है।

शनिवार को, मीडियाकर्मियों से बात करते हुए पीड़िता के माता-पिता ने एनसीआरबी रिपोर्ट के इस हिस्से को खारिज कर दिया और दावा किया कि ये निष्कर्ष फील्ड बेस्ड रिसर्च पर आधारित नहीं हैं और संभवतः यह रिपोर्ट किसी को खुश करने के लिए तैयार की गई है।

पीड़िता की मां ने कहा, "क्या मेरी बेटी सुरक्षित थी, और वह भी अपने कार्यस्थल पर? क्या दक्षिण 24 परगना जिले के कुलतली में रहने वाली वह बुजुर्ग महिला, जो इस हफ्ते सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई, सुरक्षित थी? यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है। मुझे नहीं पता कि रिपोर्ट किसने तैयार की। ऐसा लगता है कि रिपोर्ट कार्यालय में आराम से बैठकर और बिना किसी उचित फील्ड बेस्ड रिसर्च के तैयार की गई है।"

पीड़िता के पिता ने एनसीआरबी में रिपोर्ट तैयार करने वालों की विश्वसनीयता पर संदेह व्यक्त किया।

पीड़िता के पिता ने कहा, "मुझे नहीं पता कि एनसीआरबी में ऐसी रिपोर्ट तैयार करने का काम कौन करता है। अगर मैं यह भी मान लूं कि कोलकाता देश का सबसे सुरक्षित शहर है, तो क्या इसका मतलब यह नहीं कि भारत के दूसरे शहरों में सुरक्षा की स्थिति अकल्पनीय है? मुझे शक है कि एनसीआरबी को गुमराह किया गया होगा, और इसीलिए ऐसी रिपोर्ट आई।"

उनके अनुसार, एकमात्र संभावना यह है कि कोलकाता के पुलिसकर्मी आम लोगों द्वारा दर्ज कराई गई ज्यादातर शिकायतों को दर्ज नहीं करते, और इसलिए शहर में अपराध के आंकड़े कम बताए जाते हैं।

उन्होंने आगे कहा, "हमारी बेटी के जाने के बाद हमें हकीकत का अंदाजा हो सकता है। शायद, अनुभव एक जैसे ही हैं।"

एनसीआरबी की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में कोलकाता में प्रति लाख लोगों पर 83.9 संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए, जो 19 शहरों में सबसे कम है।

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Created On :   4 Oct 2025 8:34 PM IST

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