कूटनीति: दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री चो जा सकते हैं अमेरिका, जॉर्जिया में आव्रजन विभाग की कार्रवाई वजह

दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री चो जा सकते हैं अमेरिका, जॉर्जिया में आव्रजन विभाग की कार्रवाई वजह
दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्युन इस सप्ताह अमेरिका जा सकते हैं। यह यात्रा जॉर्जिया में एक बैटरी संयंत्र स्थल पर अमेरिकी आव्रजन अधिकारियों द्वारा सैकड़ों दक्षिण कोरियाई लोगों को हिरासत में लिए जाने के जवाब में की जा रही है। एक सूत्र ने रविवार को यह जानकारी दी।

सोल, 7 सितंबर (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्युन इस सप्ताह अमेरिका जा सकते हैं। यह यात्रा जॉर्जिया में एक बैटरी संयंत्र स्थल पर अमेरिकी आव्रजन अधिकारियों द्वारा सैकड़ों दक्षिण कोरियाई लोगों को हिरासत में लिए जाने के जवाब में की जा रही है। एक सूत्र ने रविवार को यह जानकारी दी।

ब्रायन काउंटी में दक्षिण कोरियाई कंपनियों हुंडई मोटर ग्रुप और एलजी एनर्जी सॉल्यूशन की ओर से संचालित परिसर पर गुरुवार को अमेरिकी आव्रजन विभाग ने छापेमारी के दौरान 457 लोगों में से 300 से ज्यादा दक्षिण कोरियाई नागरिकों को हिरासत में लिया।

राजनयिक सूत्रों के अनुसार, अगर यह यात्रा सफल होती है, तो चो अमेरिकी अधिकारियों से मिलकर हिरासत में लिए गए दक्षिण कोरियाई नागरिकों की शीघ्र रिहाई के लिए सहयोग का अनुरोध करेंगे और उनके अधिकारों का अनुचित उल्लंघन न होने देने का आह्वान भी करेंगे।

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को अमेरिकी आव्रजन अधिकारियों की गिरफ्तारी को लेकर हुई बैठक के दौरान, चो ने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो वह अमेरिकी अधिकारियों से बातचीत के लिए वाशिंगटन जाएंगे।

सोल ने वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों के हवाले से बताया कि उन्होंने शनिवार को फोल्कस्टन स्थित एक आव्रजन हिरासत केंद्र में रखे गए दक्षिण कोरियाई नागरिकों से मिलना शुरू कर दिया और उनके स्वास्थ्य और अन्य स्थितियों की जांच की।

मौके पर मौजूद टीम का नेतृत्व वर्तमान में वाशिंगटन स्थित कोरियाई दूतावास में महावाणिज्य दूत चो की-जोंग कर रहे हैं। जांच प्रक्रिया में देरी की आशंका के बीच, टीम यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है कि हिरासत में लिए गए कोरियाई नागरिकों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए।

आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोग अमेरिका में अवैध रूप से काम करते पाए गए, इनमें अल्पकालिक या मनोरंजन वीजा पर काम करने वाले लोग भी शामिल हैं।

अमेरिकी अधिकारियों ने गुरुवार की छापेमारी को "होमलैंड सिक्योरिटी इन्वेस्टिगेशन्स के इतिहास में सबसे बड़ा एकल-स्थल प्रवर्तन अभियान" बताया। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को आईसीई अभियान का समर्थन करते हुए हिरासत में लिए गए लोगों को "अवैध विदेशी" बताया था।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   7 Sept 2025 4:14 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story