वोटर लिस्ट पर बवाल: बिहार चुनाव आयोग से तेजस्वी यादव ने की मुलाकात, वोटर लिस्ट को लेकर कही ये बात

- पूर्व सीएम तेजस्वी यादव ने आयोग से की मुलाकात
- वोटर लिस्ट में से नाम काटने की जताई आशंका
- बिहार से बाहर मतदाताओं के लिए क्या इंतजाम?
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे नजदीक आ रही है। सियासी पारा भी बढ़ते हुए नजर आ रहा है। अब वोटर लिस्ट को लेकर बवाल शुरू हो गया है। विपक्षी पार्टियां चुनाव से पहले वोटर लिस्ट की जांच को लगत बता रहे हैं। उनका कहना है कि आयोग वोटर लिस्ट की जांच के लिए जिस प्रकार के दस्तावेज मांग रहे हैं, उसके हिसाब से प्रदेशभर में हजारों की संख्या में लोग वोटिंग करने से वंचित हो सकते हैं। इस मुद्दे को लेकर आरजेडी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार चुनाव आयोग से मिले।
बिहार चुनाव आयोग से महागठबंधन के साथ तेजस्वी यादव ने आपत्ति दर्ज करवाई हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड को वैलिड डॉक्यूमेंट मानने के लिए बात रखी है। उन्होंने आगे चुनाव अधिकारियों को लेकर कहा कि बिहार में चुनाव आयोग के अधिकारी डाकिया का काम करते हैं। असली अधिकारी तो दिल्ली में बैठे हैं।
बिहार से बाहर रहने वाले मतदाताओं के लिए क्या करेगा आयोग?
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें संदेह है कि मतदाताओं के नाम पहले वोटर लिस्ट, राशन लिस्ट और पेंशन लिस्ट से हटा दिए जाएंगे। ये सवाल हमने आयोग के सामने उठाया है। इस समय कई जगहों पर भारी बारिश हो रही है और हमने टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठाए हैं कि आखिर 25 दिनों में कैसे संभव हो पाएगा। प्रदेश से बाहर रहने वाले की संख्या 4-5 करोड़ है। उनके लिए क्या कदम उठाए हैं? इसके साथ ही उन्होंने आयोग से दस्तावेजों को सरल करने की भी मांग की है और आधार कार्ड, जॉब कार्ड, मनरेगा कार्ड को लिस्ट में शामिल करने को कहा है।
तेजस्वी यादव को पत्नी का नाम वोटर लिस्ट से हटाने की सता रही चिंता
तेजस्वी यादव ने कहा कि हाल ही में बिहार की वोटर लिस्ट में अपनी पत्नी का जुड़वाया है। कही यह कट ना जाए इसकी चिंता सता रही है। उन्होंने आगे कहा कि अब आयोग मैरे से भी दस्तावेज मांगेगा, लेकिन मैरे पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है।
Created On :   4 July 2025 10:47 PM IST