जनप्रतिनिधि अपराधिक मामलों से जुड़ा विधेयक: 'बिल में क्या बुराई है,' 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर बयानबाजी जारी, बीजेपी नेता संजय जायसवाल ने रखा अपना पक्ष

- 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर विवाद जारी
- संजय जायसवाल की प्रतिक्रिया आई सामने
- बोले- मुझे समझ नहीं आ रहा विधेयक में क्या गलत हैं?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 130वें संविधान संशोधन विधेयक पर बयानबाजी का दौर जारी है। पहले विपक्ष ने लोकसभा में इस मुद्दे को लेकर हंगामा किया और अब लगातार तमामप पार्टियों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई है। इस बिल को लेकर भारतीय जनता पार्टी नेता संजय जायसवाल ने भी अपनी राय रखी है। उन्होंने बुधवार (20 अगस्त) को मीडिया से बात करते हुए सवाल खड़ा किया। नेता ने पूछा कि इस बिल में क्या बुराई है? अगर एक महीने बाद भी बेल नहीं मिल रही है तो उन्हें पद से रिजाइन कर देना चाहिए। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज लोकसभा में बिल पेश किया जिसमें सीएम से लेकर पीएम तक, 30 दिनों की हिरासत में रहने पर पद से हटाए जाने की बात कही है।
'बिल में क्या बुराई है?'
130वें संविधान संशोधन विधेयक पर लोकसभा में हुए हंगामे पर भाजपा नेता संजय जायसवाल ने कहा कि इस बिल में क्या बुराई है ये समझ नहीं आता क्योंकि 1 महीने बाद भी अगर किसी कोर्ट से आपको बेल नहीं मिल रहा है तो जाहिर बात है उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। ये तो नई परंपरा कुछ लोगों ने शुरू कर दी है वरना पहले किसी पर भी आरोप लगता था और गिरफ्तार होने से पहले वह पद से इस्तीफा दे देता था। या नई परंपरा है जिसमें AAP के मुख्यमंत्री थे जो कि विवादास्पद इंसान थे, हमने पहली बार देखा कि जेल से किसी मुख्यमंत्री ने फाइल साइन किया।
कितने बच्चे आत्महत्या कर लेते हैं- जायसवाल
भाजपा नेता ने आगे कहा कि आपको बेल नहीं मिला तो आपको खुद पद से हट जाना चाहिए था। अगर हट गए होते तो ये बिल लाने की जरूरत नहीं पड़ती। कागज फाड़ने का काम केवल TMC के सांसद ही कर रहे थे उनके करने का खास कारण ये है कि इस बिल के बाद इंटरनेट गेमिंग बिल आ रहा था इस देश की पीढ़ी को इंटरनेट के जुआ ने बर्बाद किया है कितने बच्चे आत्महत्या कर लेते हैं कितने परिवार वाले को पता भी नहीं चलता कि उनके बच्चे 20-30 लाख रुपए से जुआ खेल जाते हैं तो ये जो इंटरनेट बंद करने का कानून आया था और इस देश में सबसे ज्यादा जुआ का पैसा किसी को मिला है तो वो TMC को मिला है इसलिए TMC कोशिश कर रही थी कि इंटरनेट गेमिंग का बिल न पास हो और देश के युवा जुआ के लत में पड़े रहें।
Created On :   20 Aug 2025 6:45 PM IST