हिमाचल सियासत: 9 सीटों पर उपचुनाव तय करेंगे सुक्खु की सरकार रहेगी या जाएगी, इस बात का फायदा उठा सकती है कांग्रेस!

9 सीटों पर उपचुनाव तय करेंगे सुक्खु की सरकार रहेगी या जाएगी, इस बात का फायदा उठा सकती है कांग्रेस!
  • कांग्रेस के छह पूर्व विधायक बीजेपी हुए शामिल
  • हिमाचल में जल्द होंगे 9 सीटों पर उपचुनाव
  • बीजेपी 9 सीटें जीतकर कांग्रेस की सरकार गिरा सकती है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार को शनिवार के दिन ऐतिहासिक झटका लगा है। राज्य में कांग्रेस की ओर से छह पूर्व विधायक आज बीजेपी में शामिल हो गए। इसके साथ ही तीन निर्दलीय विधायक भी बीजेपी में शामिल हुए हैं। हालांकि, बीजेपी में शामिल तीन निर्दलीय विधायक ने भी इस्तीफा सौंप दिया है। जिसके चलते अब बीजेपी की सीटों की संख्या नहीं बढ़ेगी।

हिमाचल में कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं रही है। पहले राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के छह विधायकों ने पार्टी के खिलाफ क्रॉस वोटिंग की। उसके बाद शनिवार को ये सभी पूर्व विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। माना जा रहा है कि ये सभी पूर्व विधायक बीजेपी की टिकट पर उपचुनाव लड़ सकते हैं।

कांग्रेस की ओर से जो छह विधायक बीजेपी में शामिल हुए हैं। उनमें सुधीर वर्मा, रवि ठाकुर, राजेंद्र राणा, इंद्र दत्त लखनपाल, चैतन्य शर्मा और देवेंद्र कुमार भुट्टो शामिल हैं। इन सभी नेताओं के खिलाफ व्हिप की अवज्ञा करने के लिए 29 फरवरी को अयोग्य करार दिया गया था। ऐसे में निर्वाचन आयोग ने इन नेताओं के निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव कराने का फैसला लिया।

निर्दलीय विधायकों इस्तीफे पर सस्पेंस

तीन निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा, होशियार सिंह और के एल ठाकुर ने शुक्रवार को अपने इस्तीफे सौंपे हैं। ऐसे में अब इन तीनों निर्दलीय विधायकों के निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव हो सकता है। विधायक होशियार सिंह के बाद संवाददाताओं से कहा, "हमने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। साथ ही, हम भाजपा में शामिल होंगे और पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।"

इस वक्त हिमालय में कांग्रेस की सरकार है। राज्य में सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री हैं। पिछले महीने हिमाचल में इकलौती सीट के लिए राज्यसभा चुनाव हुए थे। जिसमें कांग्रेस के पास बहुमत होने के बाद भी वह राज्यसभा चुनाव हार गई। क्योंकि, राज्य में कांग्रेस के छह विधायकों ने पार्टी के खिलाफ क्रॉस वोटिंग की। जिसके चलते राज्य में मौजूदा कांग्रेस सरकार भी संकट में आ गई है। बीजेपी उपचुनाव के बहाने राज्य में सुक्खू सरकार को गिराने की फिराक में है। उपचुनाव में भाजपा सभी नौ सीटों को जीत जाती है तो राज्य में कांग्रेस की सरकार गिर सकती है।

बागी विधायक से कांग्रेस को डर नहीं!

68 सदस्यों वाली हिमाचल विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 35 था। पहले हिमाचल में कांग्रेस के पास 40 विधायक थे। लेकिन 6 विधायकों की बागवत के बाद कांग्रेस के पास अब 34 विधायक रह गए हैं। राज्य में बीजेपी के पास केवल 25 विधायक हैं। ऐसे में 9 सीटों पर उपचुनाव होते हैं और सभी सीटों को बीजेपी जीतने में कामयाब रहती है तो फिर मामला बराबर का होगा जाएगा। इस सूरत में विधानसभा अध्यक्ष वोटिंग कर सकते हैं और अभी अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के हैं।

राज्य में अभी क्यों बची है कांग्रेस सरकार

कांग्रेस के छह विधायक बागी होने के बाद पार्टी ने इस सभी नेताओं को अयोग्य घोषित कर दिया। जिसके चलते हिमाचल विधानसभा की स्ट्रेंथ 62 हो गई हैं। ऐसे में अब बहुमत का आकंड़ा 32 हो गया है। इस वक्त कांग्रेस के पास के पास 34 विधायक हैं। जो कि बहुमत के आंकड़े से दो ज्यादा हैं।

इस बार बाजी मारेगी कांग्रेस

इससे पहले हाल ही में हिमाचल में राज्यसभा चुनाव हुए थे। किसी पार्टी को चुनाव जीतने के लिए 35 विधायक के वोटों की जरूरत थी। कांग्रेस के पास 40 विधायक थे और पार्टी उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी की जीत तय मानी जा रही थी। वहीं, राज्य में बीजेपी के पास 25 विधायक थे। ऐसे में बीजेपी को 10 और वोटों की जरूरत थी। जिसमें 3 निर्दलीय और 6 कांग्रेस विधायकों ने बीजेपी प्रत्याशी हर्ष महाजन के लिए वोटिंग की। जिसके चलते दोनों पार्टियों को 34-34 वोट मिले। आखिरकार मुकाबला पर्ची पर पहुंचा और फैसला बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में रहा।

अगर अब एक फिर उपचुनाव में बीजेपी बाकी नौ सीटों पर उपचुनाव जीत जाती है तो अंतिम फैसला विधानसभा अध्यक्ष करेंगे। हालांकि, यहां कांग्रेस का पलड़ा भारी रहेगा क्योंकि, अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के हैं। ऐसे में राज्य में किसकी सरकार बनेगी? यह फैसला अध्यक्ष के हाथों में होगा।

Created On :   23 March 2024 2:08 PM GMT

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