Jammu Kashmir News: 'उस वक्त अंग्रेजो ने यही किया' पूर्व सीएम अब्दुल्ला ने मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर कही ये बात

- आज मुसलमानों का खून बहता है तो उसकी कोई परवाह नहीं
- हमें दुख होता है किस वतन के साथ हमने हाथ मिलाया
- जम्मू-कश्मीर में सरकार ने 25 किताबों को किया बैन
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने जिन्ना को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना साहब समझते थे कि कश्मीर मुसलमानों का देश है, जो पाकिस्तान के साथ चला जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन्न का मानना था कि कश्मीर कहीं और नहीं जाएगा, लेकिन आज मुसलमानों का खून बहता है तो उसकी कोई परवाह नहीं, वहीं, अगर हिंदू का रक्त निकलने लगे तो कहेंगे ओह ये तो खून है। इस पर पूरा भारत खड़ा हो जाता है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "उस वक्त अंग्रेजी ने यही किया था। अगर हिंदू बादशाह है और लोग ज्यादा मुसलमान हैं तो वहां लोगों का चलेगा कि वो कहां जाना चाहते हैं। जैसे जूनागढ़ में हुआ, जैसे हैदराबाद में हुआ।"
जिसने भी भारत के साथ हाथ मिलाया, उसका अंजाम क्या?
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जिन लोगों ने भारत के साथ हाथ मिलाया है, उनका क्या हश्र किया गया? उन्होंने आगे कहा, "इसका हमें दुख होता है किस वतन के साथ हमने हाथ मिलाया, जिसमें हमारे लिए कोई मोहब्बत ही नहीं है। प्यार ही नहीं, सोच ही नहीं है। आज लोगों ने हुकूमत (जम्मू-कश्मीर में) चुनी है लेकिन ताकत किसके पास है? लेफ्टिनेंट गवर्नर के पास है।"
25 किताबों को किया बैन
जम्मू-कश्मीर में सरकार ने 25 किताबों को बैन किया गया है। इस पर अब्दुल्ला ने कहा, "वो कश्मीर की तारीख के बारे में कहते थे। ये भी ये बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।" ये बयान पूर्व सीएम ने दिल्ली में जिया उस सलाम और आनंद मिश्रा द्वारा सह-लिखित किताब "द लायन ऑफ नौशेरा" के विमोचन कार्यक्रम के दौरान दिया है।
Created On :   9 Aug 2025 1:46 AM IST