ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा: खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे, राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान बोले विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर

खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे, राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान बोले विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर
  • सिंधु जल संधि एक असाधारण समझौता था, हमने स्थगित किया- विदेश मंत्री
  • सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को पनाह देना बंद कर देगा
  • कुछ लोग चुनिंदा स्मृतियों को प्राथमिकता देते हैं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दोपहर 12 बजे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही फिर से शुरु हुई। राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। जयशंकर याद दिलाते हैं कि कैसे नेहरू ने "सद्भावना" के नाम पर सिंधु जल संधि पर हस्ताक्षर किए थे—लेकिन बदले में भारत को केवल आतंकवाद और विश्वासघात ही मिला। उनका कहना है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री ने कश्मीर और राजस्थान के किसानों की बजाय पाकिस्तानी पंजाब के किसानों को प्राथमिकता दी थी।

राज्यसभा में विदेश मंत्री ने आगे कहा सिंधु जल संधि एक असाधारण समझौता था—कोई भी देश बिना अधिकार के अपनी प्रमुख नदियों को किसी दूसरे देश में बहने नहीं देता। चूँकि, कर दिया है, इसलिए कुछ लोग इसके इतिहास को याद करने में असहज महसूस कर रहे हैं। वे चुनिंदा स्मृतियों को प्राथमिकता देते हैं।

सिंधु जल संधि परल विदेश मंत्री ने कहा सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को अपना समर्थन पूरी तरह से बंद नहीं कर देता। खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे।

Created On :   30 July 2025 12:43 PM IST

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