कन्नड़ राज्योत्सव: काला दिवस बनाम कर्नाटक के बेलगाविक में बड़े पैमाने पर उत्सव
डिजिटल डेस्क, बेलागवी (कर्नाटक))। कर्नाटक का सीमावर्ती जिला बेलगावी राज्य के गठन के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले मंगलवार (1 नवंबर) को कन्नड़ राज्योत्सव के अवसर पर एक और प्रदर्शन के लिए तैयार है। महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस), जो कर्नाटक के साथ बेलगावी जिले के विलय का विरोध करती है और महाराष्ट्र के साथ अपने संघ की मांग करती है, इस अवसर को चिह्न्ति करने के लिए काला दिवस मना रही है।
इस बीच, कर्नाटक सरकार और कन्नड़ कार्यकतार्ओं ने राज्य भर में विशेष रूप से बेलगावी में कन्नड़ राज्योत्सव के भव्य उत्सव की योजना बनाई है। कर्नाटक पुलिस विभाग घटनाओं के मोड़ पर एक पैर पर खठा था और बेलगावी शहर और जिले में कड़ी सतर्कता और पुलिस सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा था।
पुलिस के अनुसार, शहर और जिले के संवेदनशील क्षेत्रों में तीन डीसीपी, 12 एसीपी, 52 पुलिस निरीक्षक और 3,000 से अधिक पुलिस कर्मियों द्वारा स्थिति की निगरानी की जाएगी। सिटी आम्र्ड रिजर्व (सीएआर) की नौ प्लाटून, कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की 10 प्लाटून, 500 होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति की गई है। शहर भर में आठ ड्रोन कैमरे, 35 वीडियो कैमरे और 300 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
एमईएस की स्थापना 1948 में यह सुनिश्चित करने के एकमात्र उद्देश्य के साथ की गई थी कि बेलगावी महाराष्ट्र का हिस्सा बने। एमईएस को बेलगावी शहर में लोकप्रिय समर्थन मिला और इसके विधायक भी बेलगावी जिले से चुने गए।
एमईएस पार्टी के विधायक कर्नाटक विधानसभा में बेलगावी जिले को महाराष्ट्र में विलय करने की मांग कर रहे हैं, जिससे लगातार सरकारों को भारी शमिर्ंदगी उठानी पड़ी। हालांकि, कर्नाटक में कांग्रेस और भाजपा दलों ने अपने उम्मीदवारों को जीतने में कामयाबी हासिल की और स्थानीय और हाल के विधानसभा चुनावों में एमईएस उम्मीदवारों के लिए हार सुनिश्चित की।
तत्कालीन मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने बेलगावी में सुवर्ण सौधा का निर्माण किया और यह संदेश देने के लिए शीतकालीन विधानसभा सत्र आयोजित करना शुरू किया कि बेलगावी कर्नाटक का अभिन्न अंग रहेगा। हालांकि, एमईएस पार्टी के कार्यकतार्ओं ने अपने एजेंडे को आगे बढ़ाना जारी रखा है।
(आईएएनएस
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Created On :   31 Oct 2022 7:30 PM IST