बिहार सियासत: प्रशांत किशोर ने EC पर लगाया बीजेपी से मिले होने का आरोप, किया तीखा हमला, कहा- चुनाव आयोग को नागरिकता निर्धारित करने का...

- प्रशांत किशोर का बड़ा आरोप
- जन सुराज के संस्थापक ने बोला EC पर हमला
- कहा- सब मिले हुए हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार में सियासी बयानबाजी का दौर जारी है। इस क्रम में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने चुनाव आयोग, भारतीय जनता पार्टी और एनडीए पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने बुधवार (6 अगस्त) को मीडिया से बात करते हुए कहा कि इलेक्शन कमीशन, बीजेपी और एनडीए के साथ मिल कर काम कर रहा है। वह वोटर लिस्ट से गरीबों और दलितों का नाम हटाने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने यह तीखा प्रहार करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को नागरिकता निर्धारित करने का हक नहीं है।
प्रशांत किशोर का आरोप
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बीजेपी और एनडीए पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग, भाजपा और एनडीए सहयोगियों के साथ मिलकर, बिहार की मतदाता सूची से उन लोगों के नाम हटाने की कोशिश कर रहा है जिन्हें वंचित, दलित या प्रवासी के रूप में जाना जाता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आधार कार्ड वाला कोई भी व्यक्ति मतदाता सूची में बना रहेगा। चुनाव आयोग को नागरिकता निर्धारित करने का कोई अधिकार नहीं है।
SIR के खिलाफ जेडीयू
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी का दावा है कि जेडीयू के लगभग 12 नेता चुनाव से पहले पार्टी छोड़ देंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि वह एसआईआर को लेकर जरा भी खुश नहीं हैं। आरजेडी नेता ने कहा, हर विधानसभा क्षेत्र से 25 हजार से लेकर 30 हजार वोट कट गए हैं। ऐसे में विधायकों के मन में हार न जाने का खौफ ने घर कर लिया है। विधायकों के ऊपर जीतने का दबाव बना हुआ है। इसके अलावा मृत्युंजय तिवारी का यह भी कहना है कि जो विधायक जेडीयू से बाहर निकलेंगे वह महागठबंधन के पास की आएंगे। नेता ने इसके पीछे की वजह बताते हुए कहा, चुनाव के बाद महागठबंधन की सरकार बनेगी। ऐसे में विधायक हमारे पास की आएंगे।
Created On :   6 Aug 2025 5:15 PM IST