लोकसभा चुनाव 2024: नरम पड़े वरुण गांधी के तेवर, बीजेपी के इन नेताओं का भी बदला रुख, एक कार्यक्रम से हुई शुरुआत

नरम पड़े वरुण गांधी के तेवर, बीजेपी के इन नेताओं का भी बदला रुख, एक कार्यक्रम से हुई शुरुआत
  • वरुण गांधी के बदले सुर
  • बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी वरुण गांधी पर तेवर पड़े नरम
  • एक कार्यक्रम में वरुण गांधी ने मोदी सरकार की नीतियों की तारीफ की

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीजेपी सांसद वरुण गांधी पिछले एक साल से अपनी सरकार की नीतियों का विरोध करते नजर आ रहे थे। लेकिन अब उनके सुर पूरी तरह से बदल गए हैं। हाल ही में वरुण गांधी पीएम मोदी के रेलवे डेवलपमेंट कार्यक्रम में शामिल हुए थे। वहां पर वरुण गांधी ने पीएम मोदी के नीतियों की तारीफ की थी। वर्तमान में वरुण गांधी पीलीभीत बेहड़ी लोकसभा सीट से संसद हैं। पीलीभीत बहेड़ी लोकसभा सीट को वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी का गढ़ कहा जाता है। इस लोकसभा सीट से मेनका गांधी 40 साल से सियासत करती आ रही हैं। मेनका गांधी पीलीभीत बहेड़ी सीट से 6 बार सांसद रह चुकी हैं। मौजूदा समय में वरुण गांधी इस सीट से दूसरी बार के सांसद हैं। इस मुद्दे को लोकसभा चुनाव से भी जोड़ कर देखा जा रहा है। पीलीभीत बहेड़ी की यह सीट भाजपा के लिए अहम है। लेकिन टिकट में गड़बड़ी हुई तो मामला बदल सकता है।

बीजेपी नेताओं का रुख हुआ नरम

अपनी ही सरकार का विरोध करने के चलते भाजपा के कई नेताओं ने वरुण गांधी से दूरी बना ली थी। लेकिन पीएम के रेलवे डेवलपमेंट कार्यक्रम में शामिल होने के बाद बीजेपी नेताओं का रुख बदल गया है। बीजेपी के कई बड़े नेता का तेवर उनके के लिए ठंडा पड़ गया है। बीजेपी के जिलाध्यक्ष भी उनके साथ खड़े नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही उनके सीट के विधायक और संजय सिंह गंगावार का भी रुख बदला हुआ नजर आया।

दूसरे चेहरे पर दांव खेलना है भारी

पिछले दिनों भाजपा कार्यकर्ताओं ने वरुण गांधी का जन्मदिन कमल के फूल के साथ मनाया था। इस बदलते रुख को देख विपक्ष भी सदमे में आ गया। 5 विधानसभा की सीट - बहेड़ी, पीलीभीत, बीसलपुर, बरखेड़ा, पूरनपुर मिलकर लगभग 18 लाख मतदाता हैं। यह विधानसभा की सीट पीलीभीत बहेड़ी की लोकसभा सीट के अंदर आती है। यहां पर मेनका गांधी की अच्छी पकड़ है। ऐसे में बीजेपी का दूसरे चेहरे पर दांव खेलना उसे भारी पड़ सकता है।

Created On :   16 March 2024 1:24 PM GMT

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