फुटबॉल: छेत्री ने माना, बायो-बबल में रहना आसान नहीं

Chhetri agrees, living in bio-bubble is not easy
फुटबॉल: छेत्री ने माना, बायो-बबल में रहना आसान नहीं
फुटबॉल: छेत्री ने माना, बायो-बबल में रहना आसान नहीं
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  • छेत्री ने माना
  • बायो-बबल में रहना आसान नहीं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीम बेंगलुरु एफसी के कप्तान सुनील छेत्री लीग के आगामी सातवें सीजन के लिए तैयार है और उन्होंने इस बीच कहा है कि बायो-बबल में रहना आसान नहीं है। छेत्री ने ट्विटर 16 सेकेंड का एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने यह बात कही है। बेंगलुरु एफसी की टीम पिछले तीन सप्ताह से गोवा में आइसोलेशन में हैं, जहां वह हर दिन दो बार ट्रेनिंग सत्र में भाग लेने के अलावा किताबें भी पढ़ रहे हैं।

छेत्री ने कहा, बायो-बबल में हमारा तीसरा सप्ताह है और मुझे यह मानना पड़ेगा कि यह आसान नहीं है, लेकिन जरूरी है। हम दिन में दो बार अभ्यास करने के साथ ही यह भी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले जितना संभव हो सके बतौर टीम हम पूरी तरह से फिट रहें। उन्होंने कहा, आईएसएल को शुरू होने में अब 10 दिन से भी कम समय बचा है और मुझे पूरा यकीन है कि हमारी तरह ही आप सभी भी आईएसएल का उसी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। आईएसएल 2020-21 का सीजन 20 नवंबर से शुरू होगा और कोरोना के कारण इसके मैच गोवा के तीन स्थानों पर बायो बबल में खेले जाएंगे।

छेत्री ने कहा, इन सब के बीच मैं अपने लिए कुछ समय निकालने की पूरी कोशिश कर रहा हूं। इस दौरान मैंने बिल ब्रायसन की किताब द बॉडी पढ़कर खत्म की है और दूसरों के लिए इसकी अनुशंसा भी करना चाहूंगा। बेंगलुरु एफसी ने 2018 में आईएसएल का खिताब जीता था और अब वह दूसरी बार इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाने के लिए मैदान पर उतरेगी।

Created On :   12 Nov 2020 6:30 PM IST

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