IPL: कोहली की कप्तानी में गिरावट के बाद भी बेंगलोर में बदलाव की हवा नहीं
- कोहली की कप्तानी में गिरावट के बाद भी बेंगलोर में बदलाव की हवा नहीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व क्रिकटरों ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खराब प्रदर्शन के बाद विराट कोहली की कप्तानी की जमकर आलोचना की है, लेकिन फ्रेंचाइजी की तरफ से कप्तानी में किसी तरह के बदलाव की उम्मीद नहीं दिख रही है। कोचिंग स्टाफ में शामिल माइक हेसन और साइमन कैटिज ने मीडिया से बात करते हुए आईपीएल-2021 में कप्तानी में बदलाव के बारे में कुछ नहीं कहा। आईपीएल का अगला सीजन महज पांच महीने दूर है।
कोहली 2013 से बेंगलोर की कप्तानी कर रहे हैं। वह महेंद्र सिंह धोनी के बाद से किसी भी फ्रेंचाइजी की लंबे समय तक कप्तानी करने वाले दूसरे कप्तान हैं। धोनी, रोहित शर्मा और गौतम गंभीर से उलट कोहली अपनी टीम को एक भी खिताब नहीं दिला पाए हैं। शुक्रवार रात को लीग के 13वें सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद ने बेंगलोर को एलिमिनेटर मुकाबले में मात दे लीग से बाहर कर दिया। और एक बार फिर कोहली की कप्तानी पर उंगलियां खड़ी हो गईं।
आईपीएल में चार भारतीय कप्तानों में कोहली की सफलता का प्रतिशत बेहद कम है। वह चार भारतीय कप्तानों में इकलौते ऐसे कप्तान हैं जिनका सफलता का प्रतिशत 50 से भी कम है।। ईएसपीएन से बात करते हुए भारत के दो पूर्व बल्लेबाजों संजय मांजरेकर और गौतम गंभीर ने कहा है कि वह बेंगलोर की कप्तानी मे बदलाव देखना चाहते हैं। वहीं हेसन और कैटिज ने शनिवार को कहा कि कोहली ने टीम की कप्तानी को अच्छे से संभाला है, और पूरी टीम उनका काफी सम्मान करती है। उन्होंने टीम में अपना समय लगाया है, खिलाड़ियों को प्रेरित किया है।
हैदराबाद के खिलाफ मैच में तो कोहली पारी की शुरुआत करने आए थे। यह मूव तब आया जब मध्य के ओवरों में उनकी धीमी बल्लेबाजी की आलोचना की जा रही थी। वह मध्य के ओवरों में धीमी पिचों पर खुलकर नहीं खेल पा रहे थे। हैदराबाद की गेंदबाजी में राशिद खान के रहने से उनको लगा कि वह पावरप्ले में तेज गेंदबाजों को बेहतर खेल सकते हैं और उनकी तेजी का फायदा उठा सकते हैं, लेकिन जेसन होल्डर ने उन्हें पवेलियन भेज दिया।
कोहली ने 2013 में जब से टीम की कप्तानी संभाली है तब से लेकर इस सीजन में उनका जो स्ट्राइक रेट रहा है वो सबसे कम रहा है। कैटिज ने इस बात को कबूल करते हुए कहा, एक बार वह पारी की शुरुआत करने गए तो, उसने स्थितियां बदल दीं और बल्लेबाजी क्रम को भी। हेसन ने कहा कि बीते चार-पांच मैचों में टीम ने धीमी पिचों पर संघर्ष किया और टीम पार स्कोर ही बना पाई जिससे गेंदबाजों को ज्यादा रन बचाने के लिए नहीं मिले।
Created On :   7 Nov 2020 3:00 PM GMT