विंबलडन जैसी बीमा नीति हमारे पास है या नहीं इसे लेकर आश्वस्त नहीं : बीसीसीआई अधिकारी

Not sure if we have an insurance policy like Wimbledon or not: BCCI official
विंबलडन जैसी बीमा नीति हमारे पास है या नहीं इसे लेकर आश्वस्त नहीं : बीसीसीआई अधिकारी
विंबलडन जैसी बीमा नीति हमारे पास है या नहीं इसे लेकर आश्वस्त नहीं : बीसीसीआई अधिकारी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी के कारण विंबलडन 2020 को रद्द किया जा चुका है, लेकिन इसके आयोजक ऑल इंग्लैंड क्लब (एईएलटीसी) को बीमा के रूप में 10 करोड़ पाउंड मिलने की संभावना है। इस बात से एक सवाल यह पैदा होता है कि बीसीसीआई ने क्यों आईपीएल की बीमा पॉलीसी में वायरस से संबंधित प्रावधान नहीं किया। बोर्ड का कहना है कि बीमा हर जगह अलग-अलग होते हैं।

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि विंबलडन की तुलना आईपीएल से करने से पहले बाजार और सभ्यता को देखना बहुत जरूरी है। साथ ही यह भी देखना होगा कि भारत के बाजार में महामारी के कारण रद्द होने का कोई प्रावधान है कि नहीं।

उन्होंने कहा, इंश्योरेंस सेक्टर हर क्षेत्र के हिसाब से अलग होता है। ग्रेट ब्रिटेन ने इसे अलग तरीके से तैयार किया है। विंबलनडन से तुलना करने से पहले हमें ग्रेट ब्रिटेन के बाजार और वहां के हालात को देखना होगा।

उन्होंने कहा, मैं आश्वस्त नहीं हूं कि विंबलडन ने जो किया है वैसा कुछ विकल्प हमारे यहां है या नहीं।

एक उदाहरण देते हुए अधिकारी ने बताया कि इंगलैंड के पूर्व फुटबाल खिलाड़ी डेविड बैकहम के पैर का बीमा था लेकिन भारत में बीसीसीआई को अनुबंधित खिलाड़ियों के वेतन की भरपाई के लिए बीमा कराने में पापड़ बेलने पड़ते हैं।

अधिकारी ने कहा, अगर आप डेविड बैकहम का उदाहरण लें तो उनके पैर का 10 करोड़ पाउंड का बीमा हुआ था। आप इस तरह की चीज हमारे बाजार में नहीं देख सकते। जो मैं जानता हूं, बीसीसीआई ने वेतन की भरपाई के लिए बीमा कराने का सोचा लेकिन इसमें बीसीसीआई को कुछ समय लगा। बीसीसीआई भविष्य में इस तरह की स्थिति पर विचार करेगी।

अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 के बाद से भारत में चीजें बदलेंगी।

उन्होंने कहा, आप अब बदलाव देख सकते हैं लेकिन इससे पहले कंपनियों को इस महामारी के प्रभाव को देखना होगा।

 

Created On :   9 April 2020 12:00 PM GMT

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