प्रधान मंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पाने वाले पहले मोटरस्पोटर्स खिलाड़ी बने यश
- प्रधान मंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पाने वाले पहले मोटरस्पोटर्स खिलाड़ी बने यश
नई दिल्ली, 22 जनवरी (आईएएनएस)। बेंगलुरू के यश अराध्या प्रतिष्ठित प्रधान मंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार अवार्ड पाने वाले भारत के पहले मोटरस्पोटर्स स्टार बन गए हैं। यश को बुधवार को यह पुरस्कार प्रदान किया गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में भारत के माननीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यश को यह पुरस्कार प्रदान किया।
17 साल के यश नौ साल की उम्र से रेसिंग ट्रैक पर अपना जलवा दिखा रहे हैं। यश ने अपने खाते में अब तक 13 चैम्पियनशिप खिताब डाले हैं। यश के नाम 65 पोडियम फिनिश और 12 पुरस्कार हैं।
प्रधान मंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है और इसके तहत हर क्षेत्र के उन छात्रों को सम्मानित किया जाता है जो 18 साल की उम्र में अपने-अपने फील्ड में शानदार उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं।
यश के अलावा 49 अन्य प्रतिभाशाली छात्रों को यह पुरस्कार दिया गया। इनका चयन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा नियुक्त एक इलीट पैनल ने किया था। चुने गए छात्र 26 जनवरी की परेड में हिस्सा लेंगे लेकिन उससे पहले वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद यश ने कहा, इस पुरस्कार के योग्य समझने के लिए मैं भारत सरकार का धन्यवाद करना चाहूंगा। भारत के राष्ट्रपति से पुरस्कार ग्रहण करना और प्रधानमंत्री से मिलना शानदार सम्मान है। इंटरनेशनल और नेशनल सर्किट में आशातीत सफलता हासिल करने के बाद मैं लगातार काफी मेहनत कर रहा हूं। मैंने जो कुछ अब तक किया है, उसके लिए सम्मानित होकर मैं खुश हूं।
यश ने कहा, यह पुरस्कार पूरे मोटरस्पोटर्स समुदाय का सम्मान है। यह पुरस्कार मेरे लिए काफी खास है। यह पुरस्कार युवाओं को अच्छा करने के लिए प्रेरित करेगा औरे कठिन मेहनत से गुजरते हुए उपलब्धि हासिल करेंगे तथा मेरी तरह सम्मानित हो सकेंगे।
यश के परिवार का मोटरस्पोटर्स से कोई ताल्लुक नहीं रहा है। वह साधारण परिवार से आते हैं। हालांकि इससे यश को इस खेल में अपनी पहचान बनाने के लिए लम्बा रास्ता तय करने के साथ-साथ काफी संघर्ष भी करना पड़ा। यश ने अपना करियर जेके टायर नेशनल गो कार्टिक चैम्पियनशिप से आठ साल पहले किया था। वह अकबर इब्राहिम के मेको मोटरस्पोटर्स टीम के लिए हिस्सा लिया करते थे। इसके बाद वह लगातार मेहनत के दम पर फार्मूला रेसिंग में आए।
यश ने कई इंटरनेशनल चैम्पियनशिप्स में भी हिस्सा लिया है। वह सीआईए अकादमी ट्रॉफी (2015, स्पेन बेल्जियम और फ्रांस) में हिस्सा ले चुके हैें। वह 2017 में रोटेक्स वर्ल्ड फाइनल्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए एफएमएससीआई द्वारा चुने गए थे। यह इवेंट पुर्तगाल में हुआ था। इसके अलावा वह रोम में आयोजित एफआईए मोटरस्पोटर्स गेम्स में हिस्सा ले चुके हैं।
यश ने 2019 सीजन में एफ-4 साउथ ईस्ट एशिया चैम्पियनशिप के साथ डेब्यू किया था और अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए दो बार पोडियम फिनिश भी किया था।
जेके टायर के मोटरस्पोटर्स प्रमुख संजय शर्मा ने कहा, भारतीय मोटरस्पोटर्स नई ऊंचाइयों का लुत्फ ले रहा है। पहले गौरव गिल अर्जुन पुरस्कार पाने वाले पहले मोटरस्पोटर्स चालक बने और अब यश को प्रधान मंत्री राष्ट्रीय बार पुरस्कार अवार्ड से नवाजा गया है। यह भारतीय मोटरस्पोटर्स के लिए नई उपलब्धि है। यह हम सबके लिए गर्व का पल है। यह देखना अच्छा लगता है कि सालों की मेहनत इस तरह रंग लाती है। यश काफी प्रतिभाशाली चालक हैं और यह पुरस्कार आने वाले समय में उन्हें नई ऊंचाइयां छूने के लिए प्रेरित करेगा।
भारत में मोटरस्पोटर्स की सर्वोच्च संस्था-एफएमएससीआई के अध्यक्ष जे. पृथ्वीराज ने कहा, यश की उपलब्धि से हम सब रोमांचित हैं। हमें जो पहचान मिलनी चाहिए, उसमें काफी वक्त लगा लेकिन अब गौरव गिल और यश ने उपलब्धि हासिल करते हुए नई शुरुआत की है और हम आशा करते हैं कि आने वाले समय में हमारे कई खिलाड़ियों को कई पुरस्कार मिलेंगे। साथ ही लोग इस खेल को गम्भीरता से लेंगे और इसे मेनस्ट्रीम का खेल माना जाने लगेगा।
यश के मेंटॉर और मेको मोटरस्पोटर्स के अकबर इब्राहिम ने कहा, जिल्द से किसी किताब का अंदाजा नहीं लगाना चाहिए। यह एक पुरानी कहावत है। यह बात यश अराध्या पर भी लागू होती है। यश जब पहली बार कार्ट में बैठा था तब उसकी हरकतें अगर किसी ने देखी होतीं तो उसे बिल्कुल नहीं लगता कि यह आने वाले दिनों में भारत का प्रतिभाशाली चालक बनेगा और इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुना जाएगा। यश की आंखो में इस खेल के लिए जुनून था और उसकी आंखों ने साफ तौर पर यह बता दिया था कि वह इस खेल को गम्भीरता से ले रहा है और इस कारण आने वाले समय में वह इस अपना करियर बनाते हुए नई ऊंचाइयां छुएगा। परिवार के सहयोग और समर्थन तथा उसके पिता की कभी हार नहीं मानने वाली सोच ने यश को कठिन रास्तों पर चलने का साहस दिया। यश निश्चित तौर पर इंटरनेशनल पेशेवर रेसिंग में अपने लिए नया मुकाम हासिल करेगा।
Created On :   22 Jan 2020 4:00 PM IST