IPL: क्रिकेट से ब्रेक ने चक्रवर्ती को मिस्ट्री स्पिनर बनने में मदद की

The break from cricket helped Chakraborty become a mystery spinner
IPL: क्रिकेट से ब्रेक ने चक्रवर्ती को मिस्ट्री स्पिनर बनने में मदद की
IPL: क्रिकेट से ब्रेक ने चक्रवर्ती को मिस्ट्री स्पिनर बनने में मदद की
हाईलाइट
  • क्रिकेट से ब्रेक ने चक्रवर्ती को मिस्ट्री स्पिनर बनने में मदद की

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कई साल पहले क्रिकेट से मिली ब्रेक ने वरुण चक्रवर्ती को एक मिस्ट्री स्पिनर बनने और फिर प्रभावी तरीके से क्रिकेट में वापसी करने में मदद की थी। यह कहना है कोलकाता नाइट राइडर्स के पूर्व स्पिनर और तमिलनाडु प्रीमियर लीग (टीएनपीएल) की टीम मदुरै पैंथर्स कप्तान रोहित दामोद्रण का। आईपीएल-13 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए शानदार गेंदबाजी कर रहे चक्रवर्ती टीएनपीएल में खेलने से पहले चेन्नई में डिवीजनल क्रिकेट खेला करते थे।

दामोद्रण ने आईएएनएस से कहा, वह (चक्रवर्ती) शुरुआत में चेन्नई में फर्स्ट डिवीजन क्रिकेट खेल रहे थे और आर्किटेक्चर इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी कर रहे थे। इसके बाद उन्होंने दो-तीन साल का ब्रेक लिया और उस ब्रेक के दौरान उन्होंने चेन्नई में फोर्थ डिवीजन लीग में खेलते हुए अपनी मिस्ट्री गेंदबाजी में सुधार किया। हमारे कोचों में से एक ने मुझे उनके बारे में बताया और मैंने उन्हें मदुरै पैंथर्स के लिए नेट्स पर अभ्यास करते हुए देखा।

पैंथर्स के कप्तान दामोद्रण रणजी ट्रॉफी में पुड्डुचेरी के लिए खेलते हैं। उनका कहना है कि चक्रवर्ती टेनिस गेंद से अपनी मिस्ट्री का अभ्यास करते हैं। उन्होंने कहा, क्रिकेट गेंद से अभ्यास करने से पहले वह टेनिस गेंद से अभ्यास करते थे। उन्होंने मुझसे यही कहा था। उनके पास तीन-चार तरह की विविधता है। चक्रवर्ती कैरम बॉल कर सकते हैं, जोकि बल्लेबाजों से दूर जाता है। साथ ही वह वही कैरम बॉल बल्लेबाज के पैड पर भी डाल सकते हैं। और फिर इसके बाद वह आफ स्पिन और गूगली भी डाल सकते हैं।

दामोद्रण का कहना है कि चक्रवर्ती कैरम बॉल और गूगली बाल एक ही तरह से डालते हैं। उन्होंने कहा, वह दोनों गेंद एक ही जैसे डालते हैं, इसके बावजूद बल्लेबाजों को इसे पढ़ने में दिक्त होती है। कोलकाता ने इस बार नीलामी में चक्रवर्ती को चार करोड़ रुपये में खरीदा था। उन्होंने शनिवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ घातक गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 20 रन देकर पांच विकेट लिए।

दामोद्रण कहते हैं कि उन्होंने 2018 में हमेशा चक्रवर्ती का इस्तेमाल किया था, जब पैंथर्स ने टीएनपीएल का खिताब जीता। दिलचस्प बात यह है कि 2016 और 2017 में टीएनपीएल के पहले दो सीजन में मदुरै फ्रेंचाइजी आठवें स्थान पर रही थी। उन्होंने कहा, हमारे खिताबी दौड़ में उनका बेहतर प्रदर्शन था। लेकिन इकोनॉमी और डॉट बॉल की संख्या के मामले में, वरुण नंबर वन थे। वह मेरी टीम में बहुत अधिक विविधता लेकर आए। टूर्नामेंट से पहले उन्होंने मुझसे कहा कि आप जब चाहे, गेंदबाजी में मेरा इस्तेमाल कर सकते हैं।

सभी जानते थे कि चक्रवर्ती मिस्ट्री स्पिन गेंदबाजी कर सकते हैं। उन्होंने कहा, जब भी वह गेंदबाजी करने आएंगे, तो बल्लेबाज सावधानी से खेलने की कोशिश करेंगे। इसका मतलब है कि वह 3-4 डॉट बॉल फेंकेंगे और अंत में अधिकतम 3-4 रन ही देंगे। आम तौर पर वह चार ओवर में 16 रन देते हैं। फाइनल में, उन्होंने सिर्फ 10 रन दिए थे। इसलिए उनके साथ एक टी 20 मैच में मैं 15-20 रन बचा रहा हूं और एक बड़ा अंतर है।

Created On :   25 Oct 2020 1:01 PM GMT

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