म.प्र. में महिला सशक्तिकरण: प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना ने बदली इंदौर की सरिता की जिंदगी, किराए के घर से मिला छुटकारा, पक्के मकान का सपना साकार

प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना ने बदली इंदौर की सरिता की जिंदगी, किराए के घर से मिला छुटकारा, पक्के मकान का सपना साकार
  • प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना से बदल रही जिंदगी
  • इंदौर में रहने वाली सरिता को मिला पक्का मकान
  • किराए में खर्च होने वाली राशि से मिली मुक्ति

डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत सरकार यह सुनिश्चित करती है कि शहर के लोगों के पास रहने के लिए घर हो। आश्रय के लिए सरकार से परिवारों को सहायता राशि दी जाती है। इसी योजना का लाभ लेते हुए मध्य प्रदेश के इंदौर के गौतमपुरा निवासी सरिता सविंद्र का पक्के घर में रहने का सपना साकार हो पाया। इसके लिए उन्हें सबसे पहले फॉर्म भरा और दस्तावेज जमा किए। तो चलिए जानते हैं सरिता को पक्का मकान मिलने की कहानी।

किराए के घर में रहती थीं सरिता

इंदौर के गौतमपुरा निवासी सरिता रविन्द्र काफी समय से किराए के घर में रह रही थीं। सरिता के पति अनाज को खरीदने और बेचने का काम किया करते हैं। वहीं, सरिता घर पर ही रह कर सिलाई करतीं और पैसे कमातीं। उनकी कमाई का बड़ा हिस्सा घर का किराया चुकाने में चला जाता था। उन्होंने बचात की कमाई से एक प्लाट खरीदा लेकिन पैसों की कमी के चलते वह पक्का मकान बनाने में असफल रहीं।

प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना ने बदली सरिता की जिंदगी

सरिता की जिंदगी तब बदली जब उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। आपको बता दें कि, प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का क्रियान्वयन नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग द्वारा किया जा रहा है। इसके बाद सरिता ने फॉर्म भरा और जरूरी दस्तावेज जमा किए। इसके बाद उनका प्रकरण मंजूर हो गया। उन्हें 2,50,000 रुपये की सहायता राशि तीन किश्तों में मंजूर हुई। आज की तारीख में सरिता पक्के मकान में रह रही हैं। उनका सपना प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना से पूरा हो गया है।

किराए में खर्च होने वाली राशि से मिली मुक्ति

सरिता बताती हैं कि उन्हें मकान किराए में खर्च होने वाली राशि से भी मुक्ति मिली है। उनकी आर्थिक स्थिति पहले से ज्यादा मजबूत हुई है। सरिता को पक्का मकान मिलने की इतनी खुशी है कि उन्होंने इसकी जानकारी अपने परिचितों को भी दी। साथ ही साथ वह इस सहायता के लिए केंद्र और राज्य सरकार को धन्यवाद भी देती हैं।

Created On :   30 May 2025 3:41 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story