150 नर्सिंग-पैरामेडिकल कॉलेजों ने बिना संबद्धता दिया एडमिशन, न परीक्षा हुई, न नामांकन, अब एक दिन में प्रकरण निपटाने की तैयारी 

150 nursing-paramedical colleges gave admission without affiliation, now preparing to settle the case in a day
150 नर्सिंग-पैरामेडिकल कॉलेजों ने बिना संबद्धता दिया एडमिशन, न परीक्षा हुई, न नामांकन, अब एक दिन में प्रकरण निपटाने की तैयारी 
भोपाल 150 नर्सिंग-पैरामेडिकल कॉलेजों ने बिना संबद्धता दिया एडमिशन, न परीक्षा हुई, न नामांकन, अब एक दिन में प्रकरण निपटाने की तैयारी 

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मप्र मेडिकल यूनिवर्सिटी, जबलपुर द्वारा प्रदेश के लगभग 150 निजी नर्सिंग व पैरामेडिकल कॉलेजों को अवैधानिक तरीके से पुराने शिक्षा सत्रों की संबद्धता देने की तैयारी कर ली है। इन कॉलेजों को बीत चुके शिक्षा सत्र 2020-21, 2019-20 और 2018-19 की संबद्धता देने के लिए आज होने वाली एक्जिक्यूटिव कांउसिल (ईसी) का एजेंडा तैयार कर लिया। इस बैठक में मप्र नर्सिंग काउंसिल रजिस्टर, पेरमेडिकल काउंसलि रजिस्टर, उप सचिव समेत अन्य अफसर शामिल होंगे।  

इन सभी कॉलेजों ने भी बिना संबद्दता के ही छात्रों को मनमाने तरीके से एडमिशन दे दिया गया। बिना संबद्दता के इनके छात्रों का नामांकन भी नहीं हो पाया। कई कॉलेज तो ऐसे हैं, जिन्हें कोर्स संचालन की भी अनुमतियां नहीं थी, फिर भी एडमिशन कर लिए गए। अब मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रबंधन और निजी कॉलेजों की सांठगांठ से पुराने सत्रों 2020-21, 2019-20 और 2018-19 की संबद्दता 2022-23 में दी जा रही है, जबकि ऐसा नहीं किया जा सकता है। जिन कॉलेजों को 2020-21, 2019-20 और 2018-19 में संबद्धता नहीं थी, उनके छात्रों का यूनिवर्सिटी में नामांकन है। 

नामांकन नहीं होने से यूनिवर्सिटी कई बार इन छात्रों की परीक्षाएं स्थगित कर चुकी है। तीन साल बाद अब कॉलेज संचालकों से मिलीभगत कर ईसी के एजेंडे में इसे शामिल किया गया है। नियमानुसार चालू सत्र में ही संबद्दता हो जाना चाहिए।  

दो बार बदली परीक्षा की तिथि फिर भी नहीं हुई

  • यूनिवर्सिटी ने सत्र 2020-21 की बीएससी नर्सिंग की परीक्षा के लिए दो बार तिथि तय की। लेकिन नहीं हो पाई। निजी कॉलेजों के दबाव-प्रभाव के चलते अब जिन कॉलेजों के पास 2020-21 में भी संबद्धता नहीं थी, उन्हें अवैधानिक लाभ पहुंचाने यह कदम उठाया गया।  
  • बीएएसी नर्सिंग सत्र 2019-20 में जनरल प्रमोशन होने के कारण छात्र द्वितीय वर्ष परीक्षा 2022 में बैठ चुके हैं। लेकिन सत्र 2019-20 की अभी भी इन 4 कॉलेजों को संबद्दता नहीं मिली, लेकिन आज संबद्धता देने का एजेंडा है।  
  • श्रीराम कॉलेज ऑफ नर्सिंग में बीएससी नर्सिंग कोर्स के लिए सत्र 2019-20 में 30 सीटों की संबद्दता देने की तैयारी। इसे 2019-20 में संबद्धता नहीं थी, लेकिन एडमिशन कर लिए गए। 
  • उपमन्यू नर्सिंग कॉलेज, भोपाल में 2019-20 के लिए बीएससी नर्सिंग की संबद्धता देने की तैयारी। इसने भी बिना संद्दता के छात्रों को एडमिशन दे दिया। 
  • मां रेवा इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल टेक्नोलॉजी को 2019-20 की संबद्धता नहीं थी, लेकिन एडमिशन कर लिया। संबद्दता के लिए आवेदन पेश किया। 
  • रतलाम के सरदार पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ पैरामेडिकल साइंस को पैरामेडिकल कोर्स की 2018-19 संबद्धता नहीं थी। लेकिन यहां ये कोर्स पढ़ाया गया। अब इसे नियम विरूद्द संबद्दता देने प्रकरण ईसी में रखा जा रहा है। जबकि इस कॉलेज के तीन सत्र बीत चुके हैं। 

168 बिंदुओ  के एजेंडे पर कैसे संभव है चर्चा  

ईसी में 168 प्रस्ताव रखे जाएंगे, इनमें इन 150 कॉलेजों को संबद्धता देना है। सभी की निरीक्षण रिपोर्ट और अन्य डिस्कशन मुश्किल है। बताया जा रहा है कि एक दिन में इतने कॉलेजों की रिपोर्ट देखना संभव नहीं है।  

इस बारे में मेडिकल यूनिवर्सिटी के ईसी सदस्य डॉ पवन स्थापक ने बताया कि एक्ट कहता है कि संबद्धता कब जारी की जा सकती है और कब नहीं। मुझे ऐसा लगता है कि 2021-22 के पहले की संबद्दता नहीं दी जा सकती, सिवाय कोर्ट के निर्देशों के। एजेंडा रखा जाता है, लेकिन संबद्धता के लिए सब कुछ देखा जाएगा। 


 

Created On :   24 Nov 2022 10:30 PM IST

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