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32 साल बाद मिले बिछड़े दंपति, याददाश्त आने पर लौटा घर

डिजिटल डेस्क,अमरावती। चांदुर रेलवे तहसील के नेकमापुर इस छोटे से गांव में रहनेवाले पति-पत्नी 32 वर्ष पहले बिछड़ गए थे। केरल के येर्णाकुलम स्थित दिव्य करुणा ट्रस्ट के प्रयास और चांदुर रेलवे पुलिस की मदद से बुधवार को इन दोनों पति-पत्नी की भेंट कराई गई। जानकारी के अनुसार पंडुलिक शेषराव काले (50) नामक व्यक्ति लगभग 32 वर्ष पहले अपनी यादाश्त खो जाने से किसी को कुछ न बताते हुए घर छोड़कर चला गया था। उस समय पुंडलिक के रिश्तेदारों ने उसे काफी जगह तलाश किया और पुलिस में उसकी लापता हो जाने की शिकायत भी दर्ज की थी किंतु पुंडलिक का कहीं पर पता नहीं चलने से उसके परिजनों ने पुंडलिक के मिलने की आशा छोड़ दी थी। उधर पुंडलिक भटकते-भटकते सीधे केरल में पहुंचा। वहां लोग जो देंगे वह खाता था और जहां जगह मिले वहां सोकर गुजारा करता था। तकरिबन 18 वर्ष पहले केरल येर्णाकुलम स्थित दिव्य करुणा ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की नजर उस पर पड़ी। वें उसे आश्रम में ले आए। उस पर लगभग 18 साल तक उपचार किए गए।
पिछले महीने उसे अपनी पूर्व की जिंदगी याद आई। पुंडलिक ने अपना नाम व पता वहां के स्वयंसेवकों को बताया। ट्रस्ट ने 15 दिन पहले चांदुर रेलवे के थानेदार विलास कुलकर्णी से संपर्क किया और इस व्यक्ति की पहचान करवाने उनकी मदद मांगी। थानेदार कुलकर्णी नेकमापुर गांव पहुंचे और पुंडलिक के परिजनों का पता लगाया और ट्रस्ट को जानकारी दी। ट्रस्ट के स्वयंसेवक टोनी पालिकर, बिंदु नामक महिला व बिना कांजुर यह तीनों पुंडलिक को लेकर बुधवार को सुबह चांदुर रेलवे पुलिस थाने में पहुंचे। इसकी जानकारी पुंडलिक के रिश्तेदारों को दी गई। पुंडलिक काले को लेकर पुलिस का दल गांव में पहुंचा। तब समूचा गांव 32 साल पूर्व खो चुके पुंडलिक को देखने के लिए और उसके स्वागत के लिए तैयार था। पुंडलिक को लेकर पुलिस उसके घर पहुंची। तब 32 साल बाद अपने पति को सामने देखकर पत्नी की आंखें झलक उठी। उसने पुंडलिक का कुमकुम तिलक किया। इस तरह 32 वर्ष पहले बिछड़े हुए दंपति को केरल के दिव्य करुणा ट्रस्ट और चांदुर रेलवे पुलिस ने मिलाया। यह समूची कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल, अपर पुलिस अधीक्षक शशिकांत सातव, चांदुर रेलवे के प्रभारी उपविभागीय अधिकारी नीलेश पांडे के मार्गदर्शन में थानेदार विलास कुलकर्णी व पुलिस कर्मचारी रामेश्वर चव्हाण, पुलिस सिपाही शिवाजी भुगे, संदीप शिरसाट, पवन घर्डे, पंकज शेंंडे और मनोज वानखडे ने की।
Created On :   28 July 2022 12:45 PM IST