Uttar Pradesh Rain Update: वाराणसी में भारी बारिश ने मचाई तबाही, खतरे के निशान के करीब गंगा नदी, 6631 लोगों ने छोड़ा गांव

वाराणसी में भारी बारिश ने मचाई तबाही, खतरे के निशान के करीब गंगा नदी, 6631 लोगों ने छोड़ा गांव
  • उत्तर प्रदेश में भारी बारिश ने मचाई तबाही
  • वाराणसी के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घरों में घुसा
  • यूपी में करीब 1500 लोगों ने छोड़ा घर

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। इस बीच राज्य के वाराणसी में सभी नदियां उफान पर है, जिसके बाद तटवर्ती इलाकों में नहीं बल्कि रिहायशी क्षेत्रों में जल भराव की जानकारी सामने आई हैं। सबसे ज्यादा भयावह स्थिति गंगा, वरुणा नदी में जल स्तर बढ़ने से बनी हुई हैं। वरुणा नदी के किनारे बसे गांवों में महीनों से बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है। इस वजह से इलाके के करीब 70 फीसदी रहवासी पलायन कर चुके हैं। वहीं, जो लोग अभी बचे हुए हैं, वह भी गांव छोड़ने की तैयार कर रहे हैं।

बाढ़ की वजह से 53 गांव हुए प्रभावित

वाराणसी जिला प्रशासन के मुताबिक, गंगा और वरुणा नदी में अधिक जल भराव होने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति बन गई हैं। रिपोर्ट मिलने तक गंगा नदी का जल स्तर 72.06 मीटर रिकॉर्ड किया गया है, जबकि खतरे का निशान 80 सेंटीमीटर से ऊपर है। इस वजह से आसपास के 53 गांव और 24 वार्ड प्रभावित हुए हैं। इन गांवों में से 1443 परिवार के 6631 लोग सुरक्षित जगह पर चले गए हैं। एनडीआरएफ और जल पुलिस के जवान मौके पर मौजूद है, ताकि प्रभावित लोगों की मदद की जाए।

खतरे के निशान पर गंगा नदी

गंगा नदी पहले ही खतरे के निशान 71.26 मीटर से 1 मीटर ऊपर बह रही है।

वाराणसी में 84 घाट जलमग्न, पानी खतरे के निशान के करीब

एनडीआरएफ की टीमों ने प्रयागराज और वाराणसी में राहत और बचाव के लिए ऑपरेशन चलाया है। इस दौरान प्रयागराज से 446 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। इसके अलावा वाराणसी में भी 199 नागरिकों को बचाया गया है। साथ ही कई मवेशियों को भी बचाया गया है।

गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से नमो घाट जलमग्न हो गया है।

वाराणसी के कई हिस्सों में भारी बारिश की वजह से घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है।

वाराणसी में गंगा नदी में जल स्तर बढ़ने की वजह से इलाके के दशाश्वमेध बाजार की अधिकांश दुकानों में पानी घुस गया है, इसके कारण बंद करनी पड़ी।

उत्तर प्रदेश के मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने घरों में पानी घुसने को लेकर कहा, "मैंने बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया है। मैंने लोगों से भी बात की है। लोगों ने इस बात पर संतोष जताया है कि राहत सामग्री पर्याप्त मात्रा में मिली है... यह एक प्राकृतिक आपदा है और सभी को सहयोग करना चाहिए..."

Created On :   5 Aug 2025 1:00 AM IST

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