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दैनिक भास्कर हिंदी: Covid-19 fight: Aarogya Setu पर जल्द मिलेगा ई-पास फीचर, कर पाएंगे ये काम

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर को अपने प्रकोप से दहला देने वाले कोरोनावायरस (COVID-19) से बचाव के लिए देश में इन दिनों लॉकडाउन जारी है। सरकार ने इस महाहारी से बचाव के लिए बीते दिनों एक मोबाईल एप भी लॉन्च किया। जिसे Aarogya Setu (आरोग्य सेतू) नाम दिया गया है। यह एप काफी पॉपुलर हुआ और अब तक 6 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है। इस एप में जल्द ही ई-पास फीचर भी मिलेगा।
बता दें कि ई-पास के जरिए लोग शहर में जरूरी काम के लिए ट्रैवल कर पाएंगे। अब तक लोगों को ई-पास के लिए फोन से मैसेज, व्हाट्सएप या फिर ऑनलाइन अप्लाई करना होता था। वहीं कुछ दिनों में यह Aarogya Setu एप के जरिए मिल सकेगा।
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ई-पास के लिए अप्लाई कर सकेंगे
एक रिपोर्ट के अनुसार, Aarogya Setu पर ई-पास फीचर मिलने के बाद यूजर्स को ई-पास के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि ऐप की मदद से ही ई-पास के लिए अप्लाई कर सकेंगे। मालूम हो कि Aarogya Setu में ई-पास को लेकर सरकार द्वारा पहले ही पुष्टि की जा चुकी है।
मिला ये संकेत
फिलहाल इस ऐप में ई-पास सेक्शन में क्लिक करने पर 'No e-pass available' का मैसेज दिखाई दे रहा है। जबकि पहले यहां 'Coming Soon' का मैसेज दिखाई देता था। ऐसे में माना जा रहा है कि इसे जल्द ही रोलआउट किया जा सकता है।
Android और iOS के लिए
बता दें कि Aarogya Setu ऐप को Android और iOS दोनों यूजर्स फ्री डाउनलोड कर सकते हैं। ये ऐप हिन्दी और अंग्रेजी के साथ-साथ गुजराती एवं मराठी जैसे क्षेत्रीय भाषाओं सहित 11 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है। इंस्टॉल करने के बाद इसे सेटअप करना आसान है। लोकेशन को Always On रखना है और Bluetooth को भी ओपन रखना है।
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ऐसे करता है काम
Aarogya Setu एप यूजर के स्मार्टफोन की लोकेशन को ट्रैक करता है। साथ ही यह एप ब्लूटूथ के जरिए यह पता लगाता है कि यूजर संक्रमित मरीजों के संपर्क में है या नहीं। साथ ही दोनों में कितनी दूरी है।
ये ऐप आपको ये भी बताता कि आप जिस इलाके में हैं वो किस जोन में आता है। यदि आप हाई रिस्क एरिया में हैं तो भी ये ऐप आपको इस बात की जानकारी देगा।
इस एप में उपयोग होने वाले ट्रेकिंग फीचर के जरिए ये यूजर्स को समय-समय पर अलर्ट करता रहता है। इस एप में एक चैटबॉट दिया गया है, जो आपको इस कोविड 19 से संबंधित सभी सवालों के जवाब देता है।
यही नहीं एप यह भी बताता है कि आपमें इस वायरस के लक्षण है या नहीं।
इसमें कई राज्यों के हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध हैं। साथ ही इस ऐप के जरिए ही टॉल फ्री नंबर 1075 पर कॉल करके आप टेस्ट के लिए अपॉइंटमेंट शेड्यूल कर सकते हैं।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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