भारत के लोगों को 5जी स्मार्टफोन के उपयोग के लिए करना होगा लंबा इंतजार

People of India will have to wait a long time to use 5G smartphone
भारत के लोगों को 5जी स्मार्टफोन के उपयोग के लिए करना होगा लंबा इंतजार
घोषणा भारत के लोगों को 5जी स्मार्टफोन के उपयोग के लिए करना होगा लंबा इंतजार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा 5जी स्मार्टफोन बाजार है। देश ने अभी तक 5जी तकनीक का उपयोग नहीं किया है और इंतजार थोड़ा लंबा हो गया है, क्योंकि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि जनता के लिए 5जी मोबाइल सेवाएं 2023 में उपलब्ध होंगी। भारत को इस साल की शुरुआत में कमर्शियल 5जी सेवाएं मिलेंगी।

सीतारमण ने अपने बजट भाषण के दौरान कहा, निजी दूरसंचार प्रदाताओं द्वारा 2022-23 के भीतर 5जी मोबाइल सेवाओं के रोल-आउट की सुविधा के लिए 2022 में स्पेक्ट्रम की नीलामी आयोजित की जाएगी।

भले ही भारत ने अभी तक संचार के लिए 5जी बैंड का उपयोग नहीं किया है, लोग नए स्मार्टफोन 5जी-रेडी लेने के लिए उत्सुक हैं। आईडीसी के अनुसार, भारत दुनियाभर में 5जी शिपमेंट के 7 प्रतिशत के साथ तीसरा सबसे बड़ा 5जी स्मार्टफोन बाजार है, 2021 की तीसरी तिमाही में 401 डॉलर के एएसपी (औसत बिक्री बिंदु) पर 1 करोड़ यूनिट की शिपिंग हुई।

जनवरी-सितंबर 2021 से 1.7 करोड़ 5जी स्मार्टफोन भारत भेजे गए और पूरे वर्ष में यह संख्या 3 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।आईडीसी के अनुसंधान निदेशक तरुण पाठक ने आईएएनएस को बताया, हमें उम्मीद है कि इस साल 5जी स्मार्टफोन की बिक्री में 3 गुना वृद्धि होगी और ब्रांड अभी भी 5जी के समान आक्रामक होना पसंद करेंगे, क्योंकि काउंटरपॉइंट उपभोक्ता लेंस के अनुसार तीसरा पसंदीदा फीचर है।

भारत का स्मार्टफोन बाजार पहले से ही 5जी एक्सेस के लिए तैयार है। भारत में लगभग हर बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी 5जी फोन बेचती है।इंटेलिजेंस ग्रुप सीएमआर के इंडस्ट्री-हेड प्रभु राम ने कहा, भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण एक मजबूत विकास पथ पर रहा है। हमारा मानना है कि वियरेबल्स और हियरेबल्स के आसपास बजट प्रोत्साहन मेक इन इंडिया को और गति प्रदान करेगा, साथ ही इस क्षेत्र में भारतीय घरेलू चैंपियन को आगे बढ़ने में मदद करेगा।

वित्तमंत्री ने कहा कि सभी गांवों और उनके निवासियों की ई-सेवाओं, संचार सुविधाओं और डिजिटल संसाधनों तक शहरी क्षेत्रों और उनके निवासियों के समान पहुंच होनी चाहिए। सीतारमण ने कहा, भारतनेट परियोजना के तहत दूरदराज के क्षेत्रों सहित सभी गांवों में ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का ठेका पीपीपी के माध्यम से 2022-23 में दिया जाएगा। यह परियोजना 2025 में पूरा होने की उम्मीद है। ऑप्टिकल फाइबर के बेहतर और अधिक कुशल उपयोग को सक्षम करने के उपाय किए जाएंगे।

आईएएनएस

Created On :   1 Feb 2022 8:01 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story