बॉयोमाइनिंग से नष्ट करेंगे 10 लाख मैट्रिक टन कचरा

बॉयोमाइनिंग से नष्ट करेंगे 10 लाख मैट्रिक टन कचरा

Anita Peddulwar
Update: 2018-05-08 09:27 GMT
बॉयोमाइनिंग से नष्ट करेंगे 10 लाख मैट्रिक टन कचरा

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  डम्पिंग यार्ड के नाम से पहचाने जाने वाले भांडेवाड़ी के लाेग कचरे से निकलने वाली बदबू से परेशान हैं। वहां आस-पास रहने वाले लोगों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसे ध्यान में रखकर मनपा ने भांडेवाड़ी में जमा 10 लाख मैट्रिक टन कचरे को बॉयोमाइनिंग पद्धति से नष्ट करने की तैयारी कर ली है। कचरे को नष्ट करने के लिए कंपनी को भुगतान करने की दर को तय करने का प्रस्ताव 10 मई को मनपा की स्थायी समिति की बैठक में रखा जाएगा।

स्थानीय निवासी कर रहे बीमारियों का सामना
उल्लेखनीय है कि शहर से हर दिन होने वाले करीब 1100 मैट्रिक टन कचरे को भांडेवाड़ी में जमा किया जाता है। इसमें से 200 से 300 मैट्रिक टन कचरे पर प्रक्रिया की जाती है और शेष कचरा वर्षों से भांडेवाड़ी में जमा हो रहा है, जो अब लगभग 10 लाख मैट्रिक टन के करीब पहुंच गया है। इससे उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को बीमारियाें का सामना करना पड़ रहा है, साथ ही कचरे में आए दिन आग लगने की घटनाएं होती रहती हैं। इससे निपटने के लिए मनपा कचरे को बॉयोमाइनिंग पद्धति से नष्ट करने पर काम कर रही है, जिससे भांडेवाड़ी की जगह खाली हो सके। 

चार आवेदन मिले
बॉयोमाइनिंग के लिए निकाली गई निविदा में से 4 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें तीन निविदा को पात्र पाया गया और उनसे रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) के लिए सूचना भेजी गई है। जिग्मा ग्लोबल इंवायरॉन सोन्यूशन प्राइवेट लिमिटेड ने आरएफपी पर बॉयोमाइनिंग के लिए 1 हजार 230 रुपए प्रति मैट्रिक टन कीमत बताई थी। कीमत अधिक होने पर मनपा ने उसे कम करने का पत्र भेजा था। इस पर कंपनी ने उसे 1 हजार 40 रुपए प्रति मैट्रिक टन कर भेजा। वहीं दूसरी ओर मनपा द्वारा नियुक्त तीन सदस्यीय समिति 1 हजार 15 रुपए प्रति मैट्रिक टन की सिफारिस की और इसका अंतिम निर्णय 10 मई को स्थायी समिति की बैठक में होगा।

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