निजी संपत्ति की तरह करते रहे बैंक का इस्तेमाल, पीएमसी के पूर्व प्रबंध निदेशक पर लगे आरोप

निजी संपत्ति की तरह करते रहे बैंक का इस्तेमाल, पीएमसी के पूर्व प्रबंध निदेशक पर लगे आरोप

Tejinder Singh
Update: 2019-12-15 09:41 GMT
निजी संपत्ति की तरह करते रहे बैंक का इस्तेमाल, पीएमसी के पूर्व प्रबंध निदेशक पर लगे आरोप

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पंजाब महाराष्ट्र को-आपरेटिव बैंक (पीएमसी) घोटाले के मामले में गिरफ्तार बैक के प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस ने अपने पद का दुरुपयोग किया था। यहीं नहीं उन्होंने बैंक का इस्तेमाल इस तरह किया जैसा यह उनकी अपनी निजी संपत्ति हो। पीएमसी बैंक घोटाले मामले की जांच कर रही मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) ने यह खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक थामस ने बैंक से जुड़े कई नियमों का उल्लंघन किया था। बैंक से जुड़ी भारी गड़बड़ी फॉरेंसिक आडिट में भी सामने आयी है। 
पीएमसी के हजारों करोड़ो रुपए के घोटाला मामले की जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि फोरेंसिक ऑडिट में खुलासा हुआ है कि थामस ने एचडीआईएल को कर्ज उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह एचडीआईएल के कर्ज को लेकर आगे की तारीख के दस्तावेज तैयार कराता था। फिर वह कर्ज के इन दस्तावेजों को बैंक के निदेशकों से मंजूर भी करवाता था। थामस के इस कृत्य के बारे में सारे निदेशक जानते थे। जांच में यह भी पता चला है कि एचडीआईएल जिस उद्देश्य के लिए कर्ज लेता था, कर्ज की राशि का इस्तेमाल उस उद्देश्य के लिए न कर अन्य कामों के लिए किया जाता था।

ऑडिट में पता चला है कि एचडीआईएल को कर्ज के रुप में दिए गए करोड़ो रुपए के आधिकारिक रिकार्ड तक नहीं रखे गए। एचडीआईएल को कई बार चेक के प्रोसेस हुए बिना ही करोड़ो रुपए की नकदी उपलब्ध कराई गई। इसमे कुछ रकम लौटाई गई और पर कुछ रकम का भुगतान नहीं किया गया। जांच के दौरान पुलिस ने कई संदिग्ध चेक जब्त किए हैं। पुलिस ने इस मामले में कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। पुलिस की जांच अभी भी जारी है। 

 

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