रात 9 बजे शहर का एक्यूआई 191, पिछली दीपावली से अभी दोगुना है प्रदूषण, 1 नवम्बर से लगातार बढ़त

रात 9 बजे शहर का एक्यूआई 191, पिछली दीपावली से अभी दोगुना है प्रदूषण, 1 नवम्बर से लगातार बढ़त

Bhaskar Hindi
Update: 2020-11-10 08:55 GMT
रात 9 बजे शहर का एक्यूआई 191, पिछली दीपावली से अभी दोगुना है प्रदूषण, 1 नवम्बर से लगातार बढ़त

पीएम-2.5 सामान्य से दोगुना 132.3 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर आँका गया, प्रदूषण बना मुसीबत
डिजिटल डेस्क जबलपुर । 
भले ही एनजीटी के निर्देश पर मध्यप्रदेश ने सहमति नहीं दिखाई है लेकिन अगर स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर दीपावली पर पटाखे और आतिशबाजी का आनंद लेना है तो विशेषज्ञों की सलाह है कि एक्यूआई को 200 से नीचे रखना है और सोमवार की रात 9 बजे ये आंकड़ा 191 पहुंच गया था। आंकड़े बताते हैं कि नवंबर की शुरूआत से ही प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। शहर का एक्यूआई लेवल 1 नवंबर से लेकर अब तक लगातार बढ़त बनाते हुए संतोषजनक स्थिति 100 से तकरीबन दोगुना बना हुआ है। आलम यह है कि गत वर्ष दीपावली पर पटाखे फोडऩे के बाद हालात जितने खराब थे, उतने अभी चल रहे हैं। अत: इस बार दीपावली पर पटाखे जलाने के बाद जो स्थिति होगी उसे स्वयं ही समझा जा सकता है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने सोमवार को आदेश दिया है कि देश के जिन शहरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स पुअर, वैरी पुअर और सीवीयर है, उन शहरों में 9 से 30 नवंबर 2020 तक सभी प्रकार के पटाखों पर प्रतिबंध रहेगा। हालांकि मध्यप्रदेश में इस आदेश को नहीं लागू किया जा रहा है। 
सोमवार की  रात 9 बजे जबलपुर शहर का एक्यूआई 191 रहा। जिसे अनहैल्दी कहा जाता है। रही बात प्रदूषण के महत्वपूर्ण कारक पीएम-2.5 की तो इसका स्तर 132.3 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर आँका गया। इसका भी अपना सामान्य स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से  दोगुना अधिक रहा। शहर में दिनों दिन बढ़ रहे प्रदूषण की वजह वाहनों का धुआँ, खेतों में जलाई जा रही पराली, नगर निगम कर्मचारियों द्वारा कचरा उठाने की बजाय उसके ढेर में आग लगाना है। 
 

Tags:    

Similar News