बस क्लीनर ने फंदे पर झूलकर की आत्महत्या - काम बंदहोने के कारण आर्थिक तंगी से था परेशान -लाँकडाउन का असर
बस क्लीनर ने फंदे पर झूलकर की आत्महत्या - काम बंदहोने के कारण आर्थिक तंगी से था परेशान -लाँकडाउन का असर
डिजिटल डेस्क कटनी । पेशे से बस क्लीनर प्रौढ़ ने फंदे पर झूलकर अपनी जीवन लीला का अंत कर लिया। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। जानकारी अनुसार बहोरीबंद थानंातर्गत ग्राम सुहास निवासी महेंद्र कुमार दुबे पिता छविराम दुबे (56) ने रविवार-सोमवार की दरम्यिानी रात फांसी लगा लिया।
देर रात फांसी पर झूला प्रौढ़
पुलिस सूत्रों के मुताबिक प्रौढ़ एक हाथ से दिव्यांग था जो बस क्लीनर का काम करता था। उसकी पत्नी भी उससे अलग रहने लगी थी। रात में खाना खाने के बाद प्रौढ़ अपने कमरे गया और देर रात उसने फंदे पर लटक कर जान दे दिया। प्रौढ़ द्वारा आत्मघाती कदम उठाने के पीछे वजह क्या थी प्राथमिक जांच में यह ज्ञात नहीं हो सका है।
आर्थिक तंगी का कर रहा था सामना
परिजनों की मानें तो लॉक डाउन होने के बाद काम बंद होने से प्रौढ़ परेशान रहता था और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। दिव्यांग होने के कारण उसे पेंशन मिलती थी लेकिन इससे गुजर बसर करने में मुश्किलें आ रही थीं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि आर्थिक परेशानी के कारण ही प्रौढ़ ने आत्महत्या किया। फिलहाल पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराने उपरांत मर्ग प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया है।