कांग्रेस का निशाना: बीजेपी की गलत नीतियों के चलते जीना महंगा, मरना सस्ता 

कांग्रेस का निशाना: बीजेपी की गलत नीतियों के चलते जीना महंगा, मरना सस्ता 

Bhaskar Hindi
Update: 2017-11-05 14:23 GMT
कांग्रेस का निशाना: बीजेपी की गलत नीतियों के चलते जीना महंगा, मरना सस्ता 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बीजेपी सरकार की गलत नीतियों के चलते देश में जीना महंगा और मरना सस्ता हो गया है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव व महाराष्ट्र प्रभारी मोहन प्रकाश ने महाड में आयोजित पार्टी की जनआक्रोश रैली में यह बात कही। वहीं महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि बीजेपी सरकार चले जाओ कहने का सही समय आ गया है। राज्य सरकार के तीन साल होने पर कांग्रेस एक सप्ताह तक जनआक्रोश रैली आयोजित कर रही है। दूसरी रैली कोंकण के महाड इलाके में हुई।

इसमें मोहन प्रकाश, अशोक चव्हाण, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, विधानसभा में विरोधी पक्ष नेता राधाकृष्ण विखेपाटील, विधानपरिषद के उपसभापति माणिकराव ठाकरे जैसे कई बड़े नेता मौजूद थे। मोहन प्रकाश ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विदेशी शक्तियों के इशारे पर चल रही है और साढ़े तीन साल के कार्यकाल में मोदी सरकार ने लोगों को राहत देने वाला एक भी कदम नहीं उठाया। उन्होंने तंज कसा कि शाह और तानाशाह की जोड़ी देश को लूट रही है। उन्होंने कहा कि कर्जमाफी के बाद भी राज्य में किसानों की आत्महत्या का सिलसिला जारी है। 

किसानों को नहीं मिल रहा फसल का उचित मूल्य
वहीं अशोक चव्हाण ने कहा कि सरकार सभी मोर्चों पर असफल रही है उन्होंने आरोप लगाया कि कर्जमाफी से मछुआरों को अलग रखा गया इसका नुकसान कोंकण के लोगों को सबसे ज्यादा हुआ। पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि सरकार ने चुनाव से पहले किया गया कोई वादा पूरा नहीं किया। न किसानों को फसल का उचित मूल्य मिल रहा है न ही युवकों को रोजगार। विखेपाटील ने कहा कि सरकार ने कर्जमाफी का झूठा प्रमाणपत्र बांटकर किसानों का अपमान किया है जनता सरकार को कभी माफ नहीं करेगी।

पूरा देश भुगत रहा नोटबंदी के दुष्परिणाम
उधर पुणे में विधानपरिषद के उपसभापति माणिकराव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार द्वारा की गई नोटबंदी के दुष्परिणाम पूरे देश को भुगतने पड़ रहे है। इसलिए जनता का आक्रोश सरकार तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस द्वारा 8 नवंबर को काला दिन मनाया जाएगा। पिछले साल 8 नवंबर की नोटबंदी के बाद हुई गतिविधियों पर बनाए गए व्यंगचित्रों की प्रदर्शनी का उद्घाटन ठाकरे ने किया। इस समय उन्होंने कहा कि नोटबंदी के समय कई नागरिकों की मौत हुई। बैंकों के बाहर नोट बदलने के लिए कतारें दिखाई दी। नोटबंदी के बाद महज दो महीनों में 15 लाख लोग बेरोजगार हुए। किसान, खेत मजदूरों की समस्याएं बढ़ी, कई उद्योगों को बड़ी अड़चनों का सामना करना पड़ा।

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