उम्मीदवारी के लिए इंटरव्यू  देने नहीं पहुंचे विधायक, आंबेडकर ने कहा - गठबंधन के लिए पहले आरोपों पर रुख साफ करे कांग्रेस

उम्मीदवारी के लिए इंटरव्यू  देने नहीं पहुंचे विधायक, आंबेडकर ने कहा - गठबंधन के लिए पहले आरोपों पर रुख साफ करे कांग्रेस

Tejinder Singh
Update: 2019-08-01 16:41 GMT
उम्मीदवारी के लिए इंटरव्यू  देने नहीं पहुंचे विधायक, आंबेडकर ने कहा - गठबंधन के लिए पहले आरोपों पर रुख साफ करे कांग्रेस

डिजिटल डेस्क, मुंबई। आगामी विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार के वास्ते कांग्रेस के कई विधायक इंटरव्यू देने नहीं पहुंचे। पार्टी ने टिकट के लिए आवेदन करने और उसके लिए इंटरव्यू देने का नियम बनाया है। बीते 30 और 31 जुलाई को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय तिलक भवन में मुंबई के तीन जिलों के उम्मीदवारों के लिए इंटरव्यू रखा गया था। इसके लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता माणिकराव ठाकरे और हर्षवर्धन पाटील बतौर पर्यवेक्षक मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह, विधायक असलम शेख, वर्षा गायकवाड इंटरव्यू देने नहीं पहुंचे। हालांकि पार्टी का कहना है कि उम्मीदवारी के लिए इंटरव्यू को बहुत अच्छा प्रतिसाद मिला है। हाल ही में कांग्रेस-राकांपा के कई विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया है। कांग्रेस विधायक असलम शेख के शिवसेना और वरिष्ठ नेता कृपाशंकर सिंह भाजपा में जाने की चर्चा है। इस बारे में कृपाशंकर का कहना है कि पार्टी के नेता मुझे जानते हैं। इस लिए मैं नहीं समझता कि उम्मीदवारी के लिए मुझे आवेदन करने और इंटरव्यू देने की जरूरत है। आगामी 7 व 8 अगस्त को होने वाली पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक में मैं अपनी उम्मीदवारी को लेकर अपनी बात रखुंगा। जबकि कांग्रेस विधायक असलम शेख ने कहा कि मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में व्यस्ताओं के कारण इंटरव्यू के लिए नहीं जा सका। उन्होंने कहा कि कोई भी सिटिंग एमएलए और पार्टी का वरिष्ठ नेता इंटरव्यू के लिए नहीं गया था।   

पांच करोड़ युवाओं से ऑनलाईन सम्पर्क करेगा युवक कांग्रेस 

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश युवक कांग्रेस वेकअप महाराष्ट्र अभियान शुरु करेगा। इस अभियान के माध्यम से चार से पांच करोड़ युवाओं से ऑनलाईन सम्पर्क किया जाएगा। प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष सत्यजीत तांबे ने बताया कि इस अभियान के तहत युवाओं के लिए खास घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है। देश में बड़े पैमाने पर युवा बेरोजगार हैं। भाजपा सरकार के दौरान बेरोजगारी की दर और बढ़ गई है। हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा फुस्स साबित हुआ है। तांबे ने कहा कि आधुनिक महाराष्ट्र बनाने युवाओं के साथ बैठक कर चर्चा की जाएगी। लोकतंत्र में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे।   

गठबंधन के लिए पहले आरोपों पर रुख साफ करें कांग्रेस

वंचित बहुजन आघाडी के मुखिया प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हमें भाजपा की बी-टीम कहा था इसलिए कांग्रेस जब तक बी-टीम वाले आरोपों पर स्पष्टीकरण नहीं देती है तब तक गठबंधन पर चर्चा शुरू नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि आरोपों के घेरे में रहकर कांग्रेस से गठबंधन की बाबत कैसे चर्चा हो सकती है। गुरुवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में आंबेडकर ने कहा कि कांग्रेस का वंचित बहुजन आघाडी के बारे में क्या दृष्टिकोण है? यह स्पष्ट हुए बिना चुनावी गठबंधन पर बातचीत नहीं हो सकती है। आंबेडकर ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बालासाहब थोरात वंचित आघाडी को दो बार पत्र लिख चुके हैं। इसके जवाब में हमने भी उन्हें पत्र लिखकर ‘भाजपा कि बी टीम’ का आरोप लगाने संबंधी भूमिका पर स्पष्टीकरण मांगा है लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं आया है। आंबेडकर ने कहा कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस दोनों दल जांच के घेरे में हैं। जांच के घेरे में होने के कारण वंचित आघाडी को बदनाम करने का बीड़ा उठाया है। हमारे सामने यह गहन सवाल है कि जांच के घेरे में आए नेता वंचित आघाडी का इस्तेमाल तो नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस यह दिखाने की कोशिश कर रही है कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन वंचित आघाडी अड़ियल रुख अपना रही है। आंबेडकर ने कहा कि हम भाजपा और शिवसेना को अपना विरोधी मानते हैं लेकिन कांग्रेस की ओर से गठबंधन को लेकर जिस तरह गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है उससे भाजपा और शिवसेना का लाभ हो रहा है। आंबेडकर ने कहा कि हम अब भी कांग्रेस से गठबंधन के पक्ष में हैं। आंबेडकर ने कहा कि ऐसी कोई शर्त नहीं है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन में राष्ट्रवादी कांग्रेस न हो। आंबेडकर ने कहा कि वंचित आघाडी अगस्त महीने के आखिरी तक उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर देगी। इसमें इसके बाद कांग्रेस से गठबंधन पर चर्चा के लिए सभी दरवाजें बंद हो जाएंगे। आंबेडकर ने कहा कि भाजपा विपक्ष के विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल कर रही है यह उनकी हिटलरिज्म थियरी में फिट बैठता है। 

ईवीएम के खिलाफ अदालत जाए विपक्षी दल

ईवीएम के खिलाफ मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे की मुहिम पर आंबेडकर ने कहा कि राज समेत विपक्षी दलों के नेता सही मंच पर लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं। विपक्षी दलों को अदालत में जाना चाहिए। आंबेडकर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मतदान और वोटों की गिनती में अंतर को लेकर हमने याचिका दाखिल की है। हमें उम्मीद है कि याचिकाओं पर जल्द सुनवाई शुरू हो जाएगी। 

दूसरे दलों के विधायक चाहते हैं टिकट

एक सवाल के जवाब में आंबेडकर ने कहा कि विपक्ष के कई विधायक हमारे संपर्क में हैं लेकिन हमने उन्हें कोई आश्वासन नहीं दिया है। क्योंकि हम फिलहाल वर्तमान विधायकों को टिकट देने के पक्ष में नहीं हैं। आंबेडकर ने कहा कि आयाराम और गयाराम की राजनीति नई नहीं है ऐसा कई बार हुआ है लेकिन पार्टियों पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। आंबेडकर ने कहा कि हम राज्य की 288 सीटों पर तैयारी कर रहे हैं। अभी तक चुनाव लड़ने के लिए 1100 इच्छुकों के साक्षात्कार हो चुके हैं। 

राकांपा का साथ मंजूर नहीं

दूसरे ओर एक मराठी न्यूज चैनल से बातचीत में गठबंधन को लेकर कांग्रेस से चर्चा हो सकती है लेकिन इतना तय है कि हम राकांपा के साथ गठजोड़ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि दरअसल कांग्रेस ही हमें अपने साथ नहीं रखना चाहती। हालांकि हमनें यह तय किया है कि राकांपा के साथ नहीं जाना है।  
 


 

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