मोहन भागवत के खिलाफ सड़क पर उतरी कांग्रेस, मणिशंकर के खिलाफ बीजेपी ने खोला मोर्चा

मोहन भागवत के खिलाफ सड़क पर उतरी कांग्रेस, मणिशंकर के खिलाफ बीजेपी ने खोला मोर्चा

Tejinder Singh
Update: 2018-02-15 12:28 GMT
मोहन भागवत के खिलाफ सड़क पर उतरी कांग्रेस, मणिशंकर के खिलाफ बीजेपी ने खोला मोर्चा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत द्वारा भारतीय सेना को लेकर दिए गए बयान पर बवाल मच गया। इसे लेकर कांग्रेस सड़कों पर उतर गई है। युवक कांग्रेस के माध्यम से शहर में तीव्र आंदोलन किया। युवक कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव प्रतिभा रघुवंशी के नेतृत्व में संविधान चौक और सीए रोड स्थित गांधी चौक पर किए गए प्रदर्शन में संघ और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की गई। संविधान चौक पर युवक कांग्रेस के पदाधिकारी प्रमोद लांडगे ने बयान के निषेध स्वरुप मुंडन किया। इस दौरान डॉ. मोहन भागवत की प्रतीकात्मक शवयात्रा भी निकाली गई। शवयात्रा निकालते समय युवक कांग्रेस की पुलिस के साथ धक्कामुक्की  हुई। जिसके बाद राष्ट्रीय सचिव रघुवंशी सहित अनेक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। उधर, रेशमबाग स्थित केशव द्वार से युवक कांग्रेस ने निषेध रैली निकाली। संघ मुख्यालय की तरफ जाते समय पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। दोनों जगह से 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। 

किया मुंडन, निकाली प्रतीकात्मक शवयात्रा

दो दिन पहले संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने सीमा पर स्वयंसेवकों के लड़ने की तैयारी दिखाई थी। इसे लेकर देश में बवाल मचा है। विरोध स्वरुप में कांग्रेस ने सड़कों पर निषेध आंदोलन किया। संविधान चौक पर युवक कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव प्रतिभा रघुवंशी, अमित यावत, कुणाल राऊत, कमलेश चौधरी की प्रमुख उपस्थिति व रामटेक लोकसभा युवक कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल राय के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। प्रतिभा रघुवंशी ने कहा कि जिस देश में जवानों के कारण नागरिक सुख-चैन की नींद ले रहे हैं, ऐसे देश में जवानों का अपमान कर शर्मनाक है। हम इसका निषेध करते हैं। 

मणिशंकर अय्यर के विरोध में उतरी भाजपा

कांग्रेस के निष्कासित नेता मणिशंकर अय्यर द्वारा पाकिस्तान में दिए गए बयान के विरोध में भाजपा ने भी विरोध प्रदर्शन किया। बडकस चौक पर भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा मणिशंकर अय्यर पर देश विरोधी, देशद्रोही होने का आरोप लगाते हुए उनके बयान का निषेध किया गया। इस दौरान उनकी फोटो पर कालिख पोतकर जूतों की माला भी पहनाई गई। युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि अगर उन्होंने शत्रु राष्ट्र की प्रशंसा नहीं रोकी तो उनकी भाषा में उन्हें जवाब दिया जाएगा। नेताओं ने कहा कि लोकतांत्रिक पद्धति से नागपुर में आंदोलन होता है, तो उसे हमारी आपत्ति नहीं है। लेकिन अश्लील भाषा का उपयोग कर असांस्कृतिक पद्धति और लोकतांत्रिक पद्धति का अनुपालन कर कोई आंदोलन होता है तो उसे उसकी भाषा में जवाब दिया जाएगा। आंदोलन करने वालों ने इसे ध्यान में रखना चाहिए। 
 

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