कोलकाता के बाद अमरावती में नायडू और दिल्ली में केजरीवाल के नेतृत्व में होगी विपक्ष की महारैली

कोलकाता के बाद अमरावती में नायडू और दिल्ली में केजरीवाल के नेतृत्व में होगी विपक्ष की महारैली

Tejinder Singh
Update: 2019-01-21 15:33 GMT
कोलकाता के बाद अमरावती में नायडू और दिल्ली में केजरीवाल के नेतृत्व में होगी विपक्ष की महारैली

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोलकाता में हुए विपक्षी नेताओं के जमावड़े के बाद अब आन्ध्रप्रदेश के अमरावती और फिर दिल्ली में विपक्ष अपनी एकजुटता दिखाने की तैयारी में है। जानकारी के मुताबिक आन्ध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगुदेशम के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने मोदी सरकार के खिलाफ अमरावती में एक बड़ी रैली करने की योजना बनाई है। हालांकि अब तक रैली की तारीख सामने नहीं आई है। लोकसभा चुनाव के पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महागठबंधन पर किए जा रहे लगातार किए जा रहे प्रहार के मद्देनजर अब विपक्षी कुनबा भी अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में है।

 

इसी क्रम में कोलकाता की तरह अगले दो माह में आन्ध्रप्रदेश की नई राजधानी अमरावती और फिर दिल्ली में विपक्षी नेताओं की बड़ी रैली आयोजित करने की योजना बन रही है। आगामी रैलियों में विपक्षी कुनबे में कुछ और दलों की आमद होने वाली है। सूत्र बताते हैं कि अमरावती रैली के लिए राजग से अलग हुए रालोसपा के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा और असम गण परिषद के मुखिया प्रफुल्ल कुमार महंत को भी न्यौता भेजा जाएगा। इसके अलावा वाम दलों के नेता भी इन रैलियों में शिरकत करेंगे। सूत्र बताते हैं कि महंत कोलकाता रैली में भी आना चाहते थे परंतु बंगाल विरोधी उनकी छवि इसमें आड़े आ गई। लेकिन चंद्रबाबू नायडू की रैली में आने में महंत को कोई दिक्कत नहीं होगी।

 

केजरीवाल की अध्यक्षता में होगी दिल्ली की रैली

सूत्र बताते हैं कि अमरावती के बाद विपक्षी नेताओं का जमघट दिल्ली में लगेगा। इस रैली की अध्यक्षता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल करेंगे। हालांकि दिल्ली की रैली में कांग्रेस के नेताओं के शामिल होने को लेकर अभी असमंजस है क्योंकि राजधानी की लोकसभा सीटों को लेकर आप और कांग्रेस के बीच बात बनती नहीं दिख रही है। हालांकि कांग्रेस के सूत्र बता रहे हैं कि इसके बावजूद दिल्ली की रैली में शामिल होने में कांग्रेस को कोई दिक्कत नहीं होगी। बता दें कि ममता बनर्जी की पहल पर कोलकाता में हुई महारैली में 22 दलों के 44 नेता पहुंचे थे। 
 

किसान विरोधी चेहरे को उजागर करने कांग्रेस का देशभर में प्रदर्शन

केन्द्र की मोदी सरकार के किसान एवं गरीब विरोधी चेहरे को उजागर करने के लिए किसान कांग्रेस की ओर से आगामी 8 दिनों में देशभर में पदयात्राओं का आयोजन कर रही है। इस कड़ी बिहार के चम्पारण में 25 जनवरी से दो दिवसीय पदयात्रा करने के बाद 30 जनवरी को इसका दिल्ली के राजघाट पर समापन होगा। किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद नाना पटोले ने सोमवार को यहां कहा कि पिछले पांच सालों में भाजपा सरकार के कार्यकाल दौरान हजारों किसानों ने आत्महत्याएं की है। किसान कांग्रेस की ओर से मोदी सरकार से समय-समय पर मांग की गई है कि किसानों को पूर्ण कर्जमाफी, किसानों के लिए हर राज्य में आयोग, किसानों के बच्चों को रोजगार की व्यवस्था की जाए, लेकिन सरकार ने अभी तक इसे गंभीरता से नही लिया है।

 

किसान कांग्रेस देशभर में करेगी पदयात्रा

पटोले ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए फसल बीमा योजना लागू की है, लेकिन इसका किसानों को कोई लाभ नही मिल रहा है। किसानों की फसल क्षतिग्रस्त होने पर भी उन्हे मुआवजा नही मिल पा रहा है। यह योजना किसानों के हित के लिए नही बल्कि इस योजना के माध्यम से किसानों की जेब से पैसा निकालकर सरकार कंपनियों को फायदा पहुंचा रही है। उन्होने कहा कि कांग्रेस की सरकार आएगी तो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को हम बंद कर देंगे। उन्होने बताया कि 30 जनवरी को दिल्ली के राजघाट पर पदयात्रा का समापन होगा, जिसमें देशभर से 15-20 हजार किसान कार्यकर्ता शामिल होंगे। इसके बाद किसानों की मांगों को लेकर देशभर में ऐसे ही आयोजन शुरु करेंगे।
 

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