25 किलों को हेरिटेज होटल में बदलने पर बवाल, चौतरफा विवादों में घिरी सरकार

25 किलों को हेरिटेज होटल में बदलने पर बवाल, चौतरफा विवादों में घिरी सरकार

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-07 08:41 GMT
25 किलों को हेरिटेज होटल में बदलने पर बवाल, चौतरफा विवादों में घिरी सरकार

डिजिटल डेस्क,मुंबई। राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महाराष्ट्र टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एमटीडीसी) के राज्य के 25 फोर्ट को हेरिटेज होटल में तब्दील करने का फैसला विवादों में घिर गया है। एमटीडीसी ने इन किलों को  होटल ही नहीं बल्कि विवाह स्थल, मनोरंजन कार्यक्रम के लिए देने का फैसला किया था। इस फैसले पर विपक्ष ने सरकार पर जोरदार हमला बोला है। सोशल मीडिया पर भी सरकार की तीखी आलोचना हो रही है। हालांकि इसके बाद सरकार की ओर से सफाई दी गई है कि फैसले को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। इस बीच मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी भरोसा दिया है कि छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़े किलों को हेरिटेज होटल में नहीं बदला जाएगा।

राज्यसभा सांसद छत्रपति संभाजी राजे ने मामले को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उसके बाद संभाजी राजे ने कहा है कि मुख्यमंत्री ने हमें आश्वासन दिया है कि छत्रपति शिवाजी महाराज के किलो को हेरिटेज होटल में बदलने का सरकार का कोई इरादा नहीं है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन किलो से शिवाजी महाराज का इतिहास नहीं जुड़ा है ऐसे वर्ग-3 के किलो को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का लक्ष्य है। इस पर मैंने मुख्यमंत्री से कहा कि वर्ग-3 के किलो में भले ही शिवाजी महाराज नहीं गए हों लेकिन शिवाजी महाराज के विचारों से ही ये किले बने हैं। इन किलो का इतिहास है। इसलिए महाराष्ट्र के किलो की राजस्थान और गोवा के किलो से तुलना नहीं हो सकती। इसलिए किसी भी किले को हेरिटेज होटल के रूप में तब्दील करने और विवाह समारोह के लिए देने का विकल्प एकदम गलत है। गौरतलब है कि इससे पहले 3 सितंबर को राज्य मंत्रिमंडल ने प्रदेश के वर्ग-2 के किलो को  पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए किराए पर देने को मंजूरी दी थी। 

असंरक्षित वर्ग में आने वाले वर्ग-2 के किलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का फैसला राज्य सरकार ने लिया है। इन किलों को विवाह समारोह के लिए किराए पर देने का सवाल ही नहीं उठता है।  -विनीता वेद सिंगल, सचिव, पर्यटन विभाग
 

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