कोरोना कफ्र्यू का बांधवगढ़ रिजर्व पर कोई भी असर नहीं - 44 गाडिय़ां पर्यटकों को लेकर गईं
कोरोना कफ्र्यू का बांधवगढ़ रिजर्व पर कोई भी असर नहीं - 44 गाडिय़ां पर्यटकों को लेकर गईं
डिजिटल डेस्क जबलपुर । आश्चर्य! कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण की बेकाबू रफ्तार ने सबको हिला कर रखा हुआ है लेकिन बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पर्यटकों से गुलजार है। चूंकि पेंच और कान्हा की तरह यहां प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, पार्क एरिया में पर्यटकों की बेरोक-टोक आवाजाही जारी है। मंगलवार को 44 गाडिय़ां पर्यटकों को लेकर सफारी कराने गईं। बुधवार तक का अंतिम फिगर फील्ड डायरेक्टर के पास नहीं था। सूत्रों ने सुबह 5 गाडिय़ां पार्क एरिया में जाने की पुष्टि की है।
पेंच 9 तो कान्हा 16 अप्रैल से है बंद -पेंच टाइगर रिजर्व 9 अप्रैल से और कान्हा टाइगर रिजर्व 16 अप्रैल से सिवनी व मंडला में कोरोना की दूसरी लहर के जोर पकड़ते ही और कोरोना कफ्र्यू के ऐलान के साथ बंद कर दिए गए थे। बुधवार को पेंच के फील्ड डायरेक्टर विक्रम सिंह परिहार ने यह प्रतिबंध अवधि एक मई तक बढ़ा दी है। माना जा रहा है कि पिछले आदेश के तहत 23 मई तक बंद चल रहे कान्हा में भी प्रतिबंध अवधि बढ़ाने का आज-कल में फैसला हो सकता है।
इन्हें है आदेश का इंतजार
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर विंसेंट रहीम को पार्क में प्रवेश प्रतिबंधित करने ऊपर से आदेश आने का इंतजार है। वे कहते हैं, 'पर्यटन बंद करने के संबंध में शीर्ष स्तर से कोई आदेश निर्देश नहीं आए। कलेक्टर की ओर से भी ऐसा कोई आदेश जारी नहीं हुआ।
उमरिया में 9 अप्रैल से प्रभावी है कोरोना कफ्र्यू
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व जिस उमरिया जिले में आता है वहां 9 अप्रैल से कोरोना कफ्र्यू प्रभावी है। पहले यहां निकाय क्षेत्रों में कोरोना कफ्र्यू प्रभावशील था लेकिन 22 अप्रैल से यह ग्राम पंचायतों में भी प्रभावी कर दिया गया है। बावजूद इसके बांधवगढ़ कोरोना कफ्र्यू से मुक्त नजर आता है। यहां पर्यटन के 70 प्रतिशत तक गिरे प्रतिशत के बावजूद हर दिन दो सौ से ज्यादा पर्यटक पहुंच रहे हैं।
इनका कहना है
पार्क एरिया में पर्यटन जारी रखने का निर्णय वहां के फील्ड डायरेक्टर तथा वन विभाग का है। पर्यटन की स्थिति बहुत कम है। स्थानीय होटल, रिसॉर्ट को भी चालू रखा गया है। इस संबंध में फील्ड डायरेक्टर से बात करूंगा।
- संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर