कोरोना वायरस - तीसरी लहर की आशंका, बच्चों के वार्ड बढ़ाने पर बनी रणनीति

कोरोना वायरस - तीसरी लहर की आशंका, बच्चों के वार्ड बढ़ाने पर बनी रणनीति

Bhaskar Hindi
Update: 2021-05-20 11:11 GMT
कोरोना वायरस - तीसरी लहर की आशंका, बच्चों के वार्ड बढ़ाने पर बनी रणनीति

डिजिटल डेस्क जबलपुर । चिकित्सा क्षेत्र के  विशेषज्ञों द्वारा यह संभावना व्यक्त की गई है कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर भी आ सकती है। ऐसे में डॉक्टर्स एवं अधिकारियों को बचाव के लिए अग्रिम तैयारी कर लेनी चाहिए। ऐसा इसलिए ताकि परिस्थितियाँ पूरी तरह से सामान्य रहें और किसी भी तरह की समस्या आम नागरिकों को उठानी न पड़े। ऐसे निर्देश बुधवार को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने समीक्षा बैठक में मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों को जारी किए हैं। उन्होंने इस दौरान शासकीय एवं निजी अस्पतालों के वरिष्ठ चिकित्सकों से कहा कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने के लिए कारगर रणनीति बनाई जाए। इसके साथ ही तीसरी लहर के प्रभाव को देखते हुए शहर के सभी शासकीय एवं निजी अस्पतालों में पीडियाट्रिक आईसीयू बेड बढ़ाने की आवश्यकता पर भी उन्होंने जोर दिया। 
तैयार रखें चिकित्सा उपकरण
 कलेक्टर ने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा तीसरी लहर का बच्चों पर सर्वाधिक प्रभाव पडऩे का अंदेशा जताया गया है। इसे देखते हुए हमें पीडियाट्रिक आईसीयू बेड बढ़ाने के साथ-साथ बच्चों का ऑक्सीजन लेवल लेने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर एवं मास्क की भी पर्याप्त व्यवस्था की जाए। उन्होंने कोरोना से बच्चों की सुरक्षा के उपायों के प्रति उनके अभिभावकों में जागरुकता पैदा करने की जरूरत बताई और इसके लिए अभियान चलाने का सुझाव दिया और इसके लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने की बात भी कही। बैठक में ननि आयुक्त संदीप जीआर, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, मेडिकल कॉलेज के कोविड नोडल अधिकारी डॉ. संजय भारती, प्रभारी क्षेत्रीय स्वास्थ्य संचालक डॉ. संजय मिश्रा, सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुररिया, डॉ. जितेन्द्र जामदार, डॉ. राजेश धीरावाणी, डॉ. पवन स्थापक, डॉ. प्रदीप दुबे, डॉ. अव्यक्त अग्रवाल, डॉ. नीतू यादव एवं जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव आशीष दीक्षित भी मौजूद रहे। 
 

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