भूटान से आई बेटी ने अपने लापता पिता को 90 मिनट में खोज निकाला
भूटान से आई बेटी ने अपने लापता पिता को 90 मिनट में खोज निकाला
बेटे ने सिटी कोतवाली में दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क सतना। भूटान और पश्चिमी बंगाल से यहां मंगलवार को पहुंचीं 2 बहनों ने अपने 90 वर्ष के लापता पिता को महज डेढ़ घंटे के अंदर खोज निकाला। लापता पिता की तलाश के लिए बेटे ठाकुर शर्मा ने 7 दिसंबर की शाम सिटी कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज (केस नंबर-74/20) कराई थी। पुलिस ने बताया कि बेटियां पिता को अपने साथ ले गई हैं, वह यहां नहीं रहना चाहते थे।
7 दिसंबर की शाम चले गए थे घर से
कोतवाली पुलिस ने बताया कि एमपीईबी से 30 साल पहले सेवानिवृत्त हुए 90 वर्षीय बुजुर्ग नवल दास शर्मा का यहां प्रेमनगर में अपना घर है, वह अपने बेटे के साथ रहते थे। 4 माह पहले उनकी पत्नी कृष्णाबाई का देहांत हो गया था। उन्हें बतौर पेंशन जीवन निर्वाह हेतु प्रतिमाह 30 हजार रुपए मिल रहे थे लेकिन इधर कुछ अर्से से वह बेटे के पास नहीं रहना चाहते थे। 7 दिसंबर को शाम लगभग 4 से 5 बजे के बीच वह बगैर छड़ी लिए घर से निकल गए, फिर उन्हें नहीं देखा गया। बुजुर्ग पिता के घर नहीं लौटने पर इसी शाम को बेटे ने सिटी कोतवाली में गुम इंसान की शिकायत दर्ज कराई।
अजनबी ने दी थी फोन पर खबर
उधर, भूटान में रह रहीं नवल दास शर्मा की बेटी मेनुका शर्मा की बेटी को किसी अजनबी ने फोन पर इस आशय की सूचना दी कि उनके नाना लापता हैं। बेटी ने मां मेनुका को जानकारी दी और मेनुका ने पश्चिम बंगाल के मादिरीहाट में रह रहीं अपनी बहन केशर शर्मा को वस्तु स्थिति से अवगत कराया। दोनों बहने फ्लाइट पकड़ कर जैसे-तैसे जबलपुर पहुंचीं और मंगलवार की दोपहर सतना आ गईं। दोनों ने मिल कर बुजुर्ग पिता की तलाश शुरु की तो वह रेलवे स्टेशन के पास एकांत में बैठे हुए मिल गए। पिता को लेकर बेटियां सीधे सिटी कोतवाली पहुंची और दस्तयाब के बाद अपने साथ लेकर चली गईं।