फर्जी पत्रकार डीआईजी बनकर दे रहा था मैहर टीआई को निर्देश - चढ़ा पुलिस के हत्थे 

फर्जी पत्रकार डीआईजी बनकर दे रहा था मैहर टीआई को निर्देश - चढ़ा पुलिस के हत्थे 

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-23 12:28 GMT
फर्जी पत्रकार डीआईजी बनकर दे रहा था मैहर टीआई को निर्देश - चढ़ा पुलिस के हत्थे 

डिजिटल डेस्क सतना। मोबाइल के वाट्सएप एकाउन्ट पर रीवा रेंज के डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह की वर्दी वाली फोटो लगाकर कई दिनों से मैहर टीआई देवेन्द्र प्रताप सिंह चौहान को अलग-अलग मामलों में कार्रवाई के आदेश-निर्देश देने वाले तथाकथित पत्रकार को पुलिस ने गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि लगभग एक माह पूर्व मोबाइल नंबर 9981286610 से वाट्सएप कॉल आया जिसकी प्रोफाइल में डीआईजी की फोटो दिख रही थी, लिहाजा उन्होंने फोन उठा लिया और बात की तो जालसाज ने कुछ प्रकरणों में कार्रवाई के लिए कहा। इसके बाद नववर्ष पर बधाई संदेश भी इसी नम्बर से आया, जिसका उन्होंने जबाव भी दिया। मगर पोल तब खुली जब 21 जनवरी की शाम को फ्रॉड व्यक्ति ने मोबाइल से एक वीडियो भेजकर जांच के लिए कहा और शुक्रवार सुबह फिर से वही वीडियो फारवर्ड किया। तब थाना प्रभारी ने वरिष्ठ अधिकारी होने के नाते इस मुद्दे पर डीआईजी से चर्चा करने के लिए उनके सरकारी नंबर पर फोन लगाया तो श्री कुशवाह ने कोई भी वीडियो भेजने से इन्कार करते हुए उक्त मोबाइल नंबर कभी भी इस्तेमाल नहीं करने की बात कही तो मैहर टीआई सकते में आ गए।
और गिरफ्त में आ गया आरोपी
असली उप महानिरीक्षक से बात होने पर जब हकीकत सामने आई तो टीआई देवेन्द्र सिंह ने साइबर सेल से संपर्क कर फोन नंबर की सारी जानकारी जुटाई और कुछ घंटों के भीतर ही नकली डीआईजी मनीष गर्ग पुत्र शिवानंद गर्ग 45 वर्ष पांडेय टोला-पुरानी बस्ती को पकड़ लिया। आरोपी के कब्जे से फोन जब्त किया गया, जिसमें थाना प्रभारी को भेजे गए सभी संदेश सुरक्षित थे। घर की तलाशी लेने पर कई अखबारों और चैनलों के प्रेस कार्ड भी मिले, जिनकी जांच की जा रही है। लिहाजा आईपीसी की धारा 170 के तहत कायमी कर आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
    
 

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