दो पाकिस्तानी दंपति पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, वीजा अवधि बढ़ाने लिए लिया फर्जी दस्तावेजों का सहारा

दो पाकिस्तानी दंपति पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, वीजा अवधि बढ़ाने लिए लिया फर्जी दस्तावेजों का सहारा

Anita Peddulwar
Update: 2018-03-30 05:42 GMT
दो पाकिस्तानी दंपति पर धोखाधड़ी का केस दर्ज, वीजा अवधि बढ़ाने लिए लिया फर्जी दस्तावेजों का सहारा

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  वीजा की अवधि खत्म होने के बाद भी जरीपटका में रहने वाले दो पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ पुलिस ने  धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इसका खुलासा तब हुआ जब इन्होंने वीजा की अवधि बढ़ाने और भारत में रहने के लिए पासपोर्ट अधिकारी और विशेष पुलिस शाखा कार्यालय में फर्जी दस्तावेज जमा कराए गए। आरोपी विक्रमदास पंचवानी और जयवंती पंचवानी दोनों पति-पत्नी बताए गए हैं। 

जरीपटका में अवैध तरीके से रह रहे हैं कई पाकिस्तानी नागरिक
पुलिस सूत्रों के अनुसार रूपम सोसाइटी नारा रोड में रहने वाले आरोपियों ने 28 फरवरी 2018 से 26 मार्च 2018 के बीच दोनों ने वीजा की अवधि बढ़ाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए। दस्तावेज तैयार करवाने में कुछ छुटभैये नेता भी शामिल हैं। कहा जा रहा है कि जरीपटका क्षेत्र में बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिक इसी तरह अवैध तरीके से रह रहे हैं। पुलिस का इन पर कोई ध्यान नहीं है। यही कारण है क आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज आसानी से तैयार करवा लिए और सही दस्तावेज होने का दावा करते हुए पासपोर्ट  अधिकारी तथा विशेष शाखा पुलिस नागपुर के उपायुक्त कार्यालय में जमा किए। दस्तावेजों की जांच में यह बात सामने आयी कि दोनों आरोपी पाकिस्तानी नागरिक हैं। कुछ समय के लिए वीजा लेकर नागपुर आए थे। वीजा की समय सीमा समाप्त होने के बाद भी दोनों यहां रह रहे हैं। दोनों आरोपियों के खिलाफ जरीपटका थाने में हवलदार लखन कनोजिया ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 468, 471, 34, सहधारा 14(अ) विदेशी अधिनियम 1946 के तहत मामला दर्ज किया। दोनों आरोपी लंबे समय से नागपुर में कहां और किसके यहां रह रहे हैं। इसकी जांच शुरू कर दी गई है। 

अवैध तरीके से रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों की होगी जांच 
सूत्रों ने बताया कि जल्द ही जरीपटका क्षेत्र में अवैध तरीके से रह रहे पाकिस्तानी व अन्य देशों के नागरिकों की खोजबीन की जाने वाली है। इस मामले में जरीपटका के थानेदार उत्तम मुलक ने थाने के अन्य अधिकारियों के साथ बैठक लेकर कहा है कि जरीपटका में बिना वीजा या पासपोर्ट के रहने वाले नागरिकों का पता लगाकर उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। जरीपटका क्षेत्र में पाकिस्तान से आए हुए कई नागरिक रह रहे हैं। चर्चा यह भी है कि कुछ नागरिक पाकिस्तान से आकर यहां शादी कर यहीं बस चुके हैं। कुछ पाकिस्तानी नागरिकों द्वारा बड़ी मात्रा में संपत्ति खरीदने की चर्चा भी जरीपटका क्षेत्र में जोरों पर है। जरीपटका पुलिस की नींद देर से सही, कम से कम खुल गई है। 

बड़ी बेटी का उपचार  कराने आए थे नागपुर
सूत्रों के अनुसार विक्रमदास पंचवानी अपनी पत्नी जयवंती, तीन बेटियों के साथ पाकिस्तान से नागपुर आए थे। विक्रमदास वापस पाकिस्तान चला गया। उसकी बड़ी बेटी सुरक्षा पंचवानी सहित दो अन्य बेटियों के साथ जयवंती नागपुर में करीब दो-तीन महीने से वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी जरीपटका क्षेत्र में रह रही थी। विक्रमदास ने बड़ी बेटी सुरक्षा पंचवानी के नाम से मेयो अस्पताल में उपचार के दस्तावेज बनवाए थे। सूत्र बताते हैं कि, पुलिस ने मेयो अस्पताल में बीमारी के नाम पर बने दस्तावेजों की जांच की तो वह भी फर्जी निकले हैं। उसके बाद पुलिस ने आरोपी विक्रमदास और उसकी पत्नी जयवंती के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 

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