अमरावती में गणेश विसर्जन के दौरान पूर्णा नदी में 5 लोग डूबे, 2 के शव बरामद

अमरावती में गणेश विसर्जन के दौरान पूर्णा नदी में 5 लोग डूबे, 2 के शव बरामद

Anita Peddulwar
Update: 2019-09-13 13:47 GMT
अमरावती में गणेश विसर्जन के दौरान पूर्णा नदी में 5 लोग डूबे, 2 के शव बरामद

डिजिटल डेस्क, अमरावती। गुरूवार को गणेश विसर्जन के दौरान अमरावती जिले में दो जगहों पर 5 युवक डूब गए। पहली घटना भातकुली तहसील में आनेवाले वाठोड़ा शुक्लेश्वर की पूर्णा नदी में हुई जहां चार युवक डूब गए। जिसमें से एक युवक का शव रेस्क्यू दल ने बरामद कर लिया है। वहीं वरूड़ तहसील के धनोड़ी गांव में एक 19 वर्षीय युवक की सूर्यखेड़ा के तालाब में डूबकर मृत्यु हो गई। 

जानकारी के मुताबिक भातकुली तहसील के वाठोड़ा शुक्लेश्वर में गणेश विसर्जन गुरूवार को शुरू था। शाम के समय गौरखेड़ा ग्राम निवासी सतीश अजाबराव सोलंके (28), ऋषिकेश बाबूराव वानखड़े (28), संतोष बारीकराव वानखडे (45) और सागर अरूण शेंदुरकर (20) अपने अपने घर की गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए पूर्णा नदी के तट पर गए। नदी में पानी का बहाव काफी तेज था। यह चारों युवक इसके बावजूद गणेश प्रतिमा काे नदी में उतरकर विसर्जन करने गए, तब वे डूब गए। अनेक लोगों ने इस घटना को अपनी आंखों से देखा। चारों तरफ अफरातफरी मच गई। घटना की जानकारी मिलते ही भातकुली पुलिस का दल घटनास्थल आ पहुंचा। रात हो जाने से युवकों का पता नहीं चल पाया। शुक्रवार को सुबह से 16 सदस्योंवाले रेस्क्यू दल ने युवकों की तलाश शुरू की। इसमें से संतोष वानखड़े और सागर शेंदुरकर नामक युवकों का शव दोपहर में बरामद हुआ है। इसी तरह वरूड़ तहसील के धनोड़ी ग्राम निवासी मोहित दारोकर (19) नामक युवक अपने भाई व माता के साथ घरगुती गणेश प्रतिमा का विसर्जन करने के लिए सूर्यखेड़ा तालाब में गया था। जहां उसकी डूबने से मृत्यु हो गई। 

बाढ़ में बहे व्यक्ति की लाश मिली, पीछे बैठा बाल-बाल बचा

यवतमाल जिले के मुकुटबन झरी जामनी के पास जामनी के नाले में आयी बाढ़ में एक  व्यक्ति बह गया। जिससे उसकी मौत हो गई।  मृतक की पहचान झरी तहसील का पवनार निवासी शुद्धोदन कमल रंगारी (55) के तौर पर हुई है। वह निर्माणकार्य मिस्त्री था। पुलिया पर से पानी बहने के बावजूद दुपहिया इस पानी में से ले जाने के चक्कर में यह हादसा हुआ। बुधवार की शाम को यह घटना कई लोगों की उपस्थिति में घटी। इस समय झरी के तहसीलदार खुद वहां उपस्थित थे। उन्होंने इस व्यक्ति को गाडी पानी में न डालने की सलाह दी थी। मगर वह नहीं माना। इसी व्यक्ति के दुपहिया पर पिछे उसका साथीदार भी बैठा था। वह     भी पानी में गिर पड़ा। मगर कैसे तैसे उसने खुद को बचा लिया। प्रशासन व्दारा शुद्धोदन की खोज शुरू कर दी। लेकिन देर रात तक वह नही मिलने से अभियान रोक दिया गया था। जिसके बाद गुरूवार की सुबह ८ बजे शुद्धोदन का शव झरी-घोन्सा मार्ग पर घटना स्थल से १ किमी दूर नाले में मिला। प्राप्त जानकारी अनुसार मृतक शुद्धोदन मकान निर्माण कार्य मिस्त्री था। बुधवार की शाम को अपने साथी अनिल लेनगुले के साथ गांव की ओर जा रहा था। रास्ते में पडनेवाले नाले में बाढ आयी थी। जिससे रास्ते के दोनो किनारे लोग पानी कम होने की राह देख रहे थे। ऐसे में अनिल ने अपनी दुपहिया नाले के उसपार ले जाने के प्रयास किया। लेकिन पानी का बहाव तेज होने से दोनों दुपहिया के साथ बह गए। अनिल जैसे तैसे नाले से बाहर आने में सफल रहा तो शुद्धोदन बाढ में बह गया। जिसमें उसकी मौत हो गयी। मामले की जांच पाटण पुलिस कर रही है। मृतक के पश्चात मां, पत्नी दो बेटिया व बेटा ऐसा परिवार है।

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