फर्जी कोरोना सर्टिफिकेट से जा रहे थे गुजरात, महाराष्ट्र की सीमा पार करने की कोशिश में पकड़े गए 20 यात्री 

फर्जी कोरोना सर्टिफिकेट से जा रहे थे गुजरात, महाराष्ट्र की सीमा पार करने की कोशिश में पकड़े गए 20 यात्री 

Anita Peddulwar
Update: 2021-04-13 14:04 GMT
फर्जी कोरोना सर्टिफिकेट से जा रहे थे गुजरात, महाराष्ट्र की सीमा पार करने की कोशिश में पकड़े गए 20 यात्री 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। ठाणे पुलिस की अपराध शाखा ने फर्जी कोरोना निगेटिव सर्टिफिकेट के जरिए बस में सवार होकर महाराष्ट्र का बॉर्डर पार करने की कोशिश कर रहे 20 यात्रियों को पकड़ा है। बस में 12 और यात्री सवार थे, जिन्होंने टेस्ट तो कराए थे लेकिन बस के ड्राइवर और मालिक ने टेस्ट के लिए यात्रियों से अतिरिक्त पैसे लिए थे। मामले में बस दो ड्राइवरों, सहायक और फर्जी सर्टिफिकेट हासिल करने वाले यात्रियों के खिलाफ काशीमीरा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। ठाणे अपराध शाखा के पुलिस उपनिरीक्षक अविराज कुराडे ने बताया कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि लॉकडाउन के डर से बड़ी संख्या में लोग महाराष्ट्र सीमा पार कर गुजरात जाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बाद एक बस की जांच की गई। फिलहाल महाराष्ट्र से गुजरात में दाखिल होने के लिए कोरोना की निगेटिव जांच रिपोर्ट दिखानी होती है। इसलिए बस के मालिक और ड्राइवर बिना आरटी-पीसीआर टेस्ट के निगेटिव रिपोर्ट दे रहे थे। बस में कुल 32 यात्री सवार थे जिनमें से 20 को बिना जांच किए ज्यादा पैसे लेकर निगेटिव रिपोर्ट दे दी गई थी जबकि 12 को जो रिपोर्ट दी गई थी उसके लिए जांच तो की गई थी लेकिन अतिरिक्त पैसे वसूले गए थे। यात्रियों से पूछताछ में पता चला कि उनमें से कई आगे पश्चिम बंगाल, बिहार, नेपाल जैसी जगहों पर जाना चाहते थे और लॉकडाउन से पहले किसी तरह महाराष्ट्र की सीमा पार कर लेना चाहते थे। 

अपराध शाखा ने पवन ट्रैवेल्स की बस को आगे जाने से रोक दिया और यात्रियों को उतार लिया गया और उन्हें काशीमीरा पुलिस के हवाले कर दिया गया। मामले में आईपीसी, आपदा प्रबंधन कानून और संक्रामक रोग प्रतिबंधक कानून की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। पुलिस इस बात की छानबीन कर रही है कि क्या फर्जी सर्टिफिकेट बनाने के मामले में ट्रैवेल्स कंपनी के मालिक भी शामिल हैं। 

 

Tags:    

Similar News