चुनावी दौर में शुरू सरकारी योजनाएं अटकी, अधिकारी कर रहे अनदेखी

चुनावी दौर में शुरू सरकारी योजनाएं अटकी, अधिकारी कर रहे अनदेखी

Anita Peddulwar
Update: 2019-04-19 08:50 GMT
चुनावी दौर में शुरू सरकारी योजनाएं अटकी, अधिकारी कर रहे अनदेखी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान राशि का लाभ प्राप्त करने के लिए जिले के 1 लाख 13 हजार 512 किसानों ने आनलाइन आवेदन किए थे, लेकिन इसका लाभ केवल 19 हजार 846 किसानों को ही मिल सका है। चुनावी दौर शुरू होने से अधिकारी भी इस योजना के क्रियान्वयन पर बहुत ज्यादा गंभीर दिखाई नहीं रहे। 

याद रहे केंद्र सरकार ने 5 एकड़ तक खेती वाले नागपुर समेत देश भर के किसानों को सालाना 6-6 हजार रुपए देने की घोषणा अंतरिम बजट में की थी। इसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान राशि का नाम दिया गया था। पहली किस्त के रूप में 2-2 हजार रुपए किसानों के खाते में जमा करना था। इसके लिए किसानों को जिलाधीश या तहसील कार्यालय में जाकर आवेदन करना था। केंद्र की एनडीए सरकार ने ऐन चुनाव के पूर्व यह घोषणा कर किसानों को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश की थी। नागपुर जिले से 1 लाख 13 हजार 512 किसानों ने आनलाइन आवेदन किए, परंतु  केवल 19846 किसानों के बैंक खाते में ही 2-2 हजार रुपए की राशि पहुंच सकी है। 49130 किसानों का डाटा वापस आया है। इन्हें अब नए सिरे से आनलाइन आवेदन करने होंगे। 

एक महीने से ठंडा पड़ा है काम 
लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के बाद करीब एक महीने से नागपुर जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान राशि का काम ठंडे बस्ते में पड़ा है। जिला प्रशासन के अधिकांश कर्मियों की चुनाव ड्यूटी लगी थी। चुनाव ड्यूटी अनिवार्य होने से इस काम को प्राथमिकता नहीं दी गई। 

केवल 2977 का डाटा दुरुस्त करके भेजा 
जिन 49130 किसानों का डाटा अलग-अलग कारणों से वापस आया था, उनमें से केवल 2977 किसानों का डाटा ही दुरुस्त करके केंद्र सरकार की वेबसाइट पर भेजा गया है। नागपुर में लोकसभा चुनाव की वोटिंग हो चुकी है। चुनाव ड्यूटी से हटे कर्मचारियों को अब पुन: इस काम में लगाया गया है। 

अब आई है तेजी   
लोकसभा चुनाव के दौरान जिला प्रशासन के कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में व्यस्त थे। अब यहां वोटिंग पूरी हो चुकी है। कर्मचारी चुनाव ड्यूटी से मुक्त हुए हैं। इन कर्मचारियों को पुन: इस योजना के काम में लगाया गयै है। 2977 किसानों का डाटा दुरुस्त करके आनलाइन भेज दिया। चुनाव के कारण यह प्रक्रिया थोड़ी धीमी हुई, ऐसा कहा जा सकता है, लेकिन अब काम तेजी से हो रहा है। 
-रवींद्र खजांजी, निवासी उपजिलाधीश नागपुर 
 

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