122 दिन के मानसून सीजन में 42 इंच बारिश हुई आगे होने वाली बरसात विंटर सीजन में दर्ज होगी

122 दिन के मानसून सीजन में 42 इंच बारिश हुई आगे होने वाली बरसात विंटर सीजन में दर्ज होगी

Bhaskar Hindi
Update: 2020-10-01 09:04 GMT
122 दिन के मानसून सीजन में 42 इंच बारिश हुई आगे होने वाली बरसात विंटर सीजन में दर्ज होगी

इस बार बारिश के बीच का अंतराल रहा ज्यादा इसलिए औसत के करीब नहीं पहुँच सकी 
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
मानसून सीजन की बुधवार को अधिकृत रूप से विदाई हो गई। 1 जून से 30 सितंबर तक 122 दिन के मानसून सीजन में 42 इंच बारिश दर्ज हुई है। यह औसत से 10 इंच नीचे और बीते साल से तुलना की जाए तो 21 इंच कम है। इस बार की बारिश में वर्षा के बीच जो अंतराल है वह ज्यादा रहा। एक बार बारिश हुई तो फिर कई दिनों तक इंतजार करना पड़ा। मानसून सीजन इस तरह बीतता गया और उम्मीदों के अनुसार बरसात नहीं हो सकी। मौसम विभाग के अनुसार अब मध्य प्रदेश से मानसून की विदाई हो गई है। अभी संभव है कि जाते हुये मानसून से जो बादल हैं वे कहीं-कहीं हल्की बारिश करा सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार अब आगे जो भी बारिश होगी वह विंटर सीजन में दर्ज की जाएगी। गौरतलब है कि अक्टूबर से होने वाली बरसात को शीतकालीन माना जाता है। वैसे कई सालों से प्रदेश से मानसून अक्टूबर में लौट रहा था पर इस बार सीजन के अनुसार सितंबर के अंत तक यह महाकोशल के साथ पूरे प्रदेश से रवाना हो गया है। 
अब ऐसे बदलेगा मौसम 
  मानसूनी बादलों के जाने के बाद हवाएँ पहले पश्चिमी होती हैं और फिर उत्तर-पश्चिमी होती हैं। जब पूरी तरह से हवाओं का रुख उत्तरी हो जाता है तो मौसम में ठण्डक घुल जाती है। कुछ दिनों में ऐसा होने वाला है कि दिन के वक्त कुछ गर्मी का अहसास होगा और शाम ढलते ही तेजी से तापमान नीचे आएगा। नमी बढ़ेगी जिससे खुली जगहों पर रात के समय ठण्डी हवाएँ न आने पर भी कुछ ठण्डक महसूस होने लगेगी। जैसे ही कार्तिक माह में प्रवेश होगा ठण्डक का अहसास अपने आप होने लगता है। 
 

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