शर्मसार हुई मानवता: शव को उठाने पुलिस ने नहीं ले गई स्ट्रेचर, बांस पर टांग कर लाई
शर्मसार हुई मानवता: शव को उठाने पुलिस ने नहीं ले गई स्ट्रेचर, बांस पर टांग कर लाई
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना मप्र के जबलपुर जिले के ग्वारीघाट में देखने मिली। जहां शव को उठाने पुलिस बिना स्ट्रेचर के पहुंच गई और शव को बांस पर टांग कर लेकर आयी। दरअसल जीजा को उसके ही साले ने कुल्हाड़ी मारकर मौत के घाट उतार दिया। शव को बांस में बांधकर घसीटता हुआ नाले में फेंक दिया। पुलिस ने भी मानवता का ध्यान नहीं रखा और बांस में बंधे हुए शव को एक किलो मीटर तक घसीटती हुई लेकर आ गई। अधिकारी अब दोषी पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं।
शराब पीने का आदी थी मृतक
उल्लेखनीय है कि सिवनी थावर निवासी मनीष (27) का 8 साल पहले बरहैयाखेड़ा बरगी निवासी मनीषा से विवाह हुआ था। मनीष का साला रामकुमार उइके ललपुर स्थित तिलकराज यादव के खेत में रहकर काम करता है। शादी के कुछ साल बाद मनीष अपनी पत्नी मनीषा के साथ ललपुर में आकर रहने लगा था। इसके बाद मनीष, मनीषा और रामकुमार खेती की तकवारी करते थे। मनीष शराब पीने का आदी था जो पत्नी मनीषा के साथ मारपीट करता था। इस बात को लेकर कई बार रामकुमार ने उसका विरोध किया था।
अक्सर पत्नी को मारता था
पुलिस ने बताया कि मनीष ने मंगलवार की रात फिर से मनीषा से विवाद करते हुए मारपीट की। रामकुमार ने उसे रोका, लेकिन मनीष ने उसे धक्का दे दिया। इस बात से नाराज होकर रामकुमार ने कुल्हाड़ी उठाकर मनीष की गर्दन में मारी। मनीष जैसे ही नीचे गिरा उसके सिर में दूसरी बार हमला कर दिया। बहन के साथ मारपीट से नाराज साले ने सिवनी जिले के धूमा निवासी जीजा की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। हाथ पैर बांस में बांधकर 1 किमी तक घसीटते हुए ललपुर क्षेत्र में ले जाकर नाले में फेंक दिया।
लोगों ने की निंदा
पुलिस द्वारा शव को बांस पर घसीटते हुए लेकर आते जिसने भी देखी उसने पुलिस के इस कृत्य की निंदा की। लोगों का कहना है कि मृतक ने जो किया वह तो उसका क्रूर रवैया है, लेकिन पुलिस को मानवता दिखानी थी। शव को ले जाने के लिए स्ट्रेचर की व्यवस्था करनी थी, लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं किया। पुलिस का यह व्यवहार मानवता को शर्मसार करने वाला है।