जूडॉ ने कैंडल मार्च निकाला  पटरी से उतर रहीं व्यवस्थाएँ - जूनियर डॉक्टर को मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन का भी समर्थन

जूडॉ ने कैंडल मार्च निकाला  पटरी से उतर रहीं व्यवस्थाएँ - जूनियर डॉक्टर को मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन का भी समर्थन

Bhaskar Hindi
Update: 2021-06-03 09:31 GMT
जूडॉ ने कैंडल मार्च निकाला  पटरी से उतर रहीं व्यवस्थाएँ - जूनियर डॉक्टर को मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन का भी समर्थन

डिजिटल डेस्क जबलपुर । नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज समेत प्रदेश भर के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल को सीनियर डॉक्टर्स का समर्थन मिला। सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने जूडॉ की माँगों का समर्थन किया है। बता दें जूनियर डॉक्टर सोमवार से हड़ताल पर चले गए हैं। जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल के तीसरे दिन कोविड, म्यूकर माइकोसिस वार्ड, इमरजेंसी, ओपीडी, वार्ड ड्यूटी समेत किसी तरह की सेवाएँ नहीं दीं, जिसका असर अब मेडिकल की चिकित्सा व्यवस्थाओं पर दिखने लगा है। मरीजों के साथ परिजन भी परेशान हैं। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. पंकज सिंह के अनुसार हड़ताल और माँगों को लेकर प्रशासन का रवैया अभी स्पष्ट नहीं नजर आ रहा है। हमारी माँग चिकित्सकों के हित में है। अस्पताल में भर्ती मरीज भी हमारा समर्थन कर रहे हैं।   वहीं बुधवार शाम को जूनियर डॉक्टर्स ने कैंडल मार्च निकालकर अपनी माँगें पूरी करने की माँग की, साथ ही भोपाल के जूडॉ अध्यक्ष के परिजनों के साथ पुलिस द्वारा किए गए बर्ताव का विरोध किया। 
जिला अस्पताल से 14 चिकित्सक आए - मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता डॉ. पीके कसार का कहना है कि जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल से मेडिकल में फिलहाल कोई व्यवस्थाएँ नहीं बिगड़ी हैं। मरीजों को इलाज और अन्य सुविधाएँ मिल रहीं हैं। सीनियर डॉक्टर्स ड्यूटी कर रहे हैं। इसके अलावा जिला अस्पताल से भी 14 चिकित्सक मेडिकल में सेवाएँ दे रहे हैं। 
आश्वासन के बाद नहीं हुई कार्रवाई - जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि  6 मई को जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने 6 सूत्रीय माँगों को लेकर हड़ताल की थी। उनको चिकित्सा शिक्षा मंत्री, एसीएस हेल्थ, मेडिकल एजुकेशन कमिश्नर और सभी डीन ने सर्वसम्मति से माँगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था। बावजूद सरकार ने कार्रवाई नहीं की। 
सेंट्रल मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने बुधवार को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर भोपाल में आंदोलनरत जूनियर डॉक्टर्स के अध्यक्ष के सिंगरौली स्थिति आवास पर उनके परिजनों को पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रताडि़त किए जाने का विरोध किया और इसे दमनकारी कदम बताया। एसोसिएशन के सदस्यों के अनुसार आंदोलन के कारण अगर किसी भी चिकित्सक या उसके परिवार को धमकाया जाता है, तो संगठन इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगा और सभी चिकित्सक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इसके पहले एसोसिएशन ने मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन की माँगों का समर्थन किया था। 
आईएमए का भी समर्थन, पूर्ण हड़ताल पर जाने की चेतावनी 
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मप्र शाखा, सर्विस डॉक्टर्स विंग और जबलपुर शाखा ने हड़ताल के दौरान जिला प्रशासन द्वारा जूडॉ के साथ की जा रही अनावश्यक ज्यादती की निंदा की है। एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि अगर दमनात्मक कार्रवाई तुरंत बंद नहीं होती है तो प्रदेश में सभी डॉक्टर पूर्ण हड़ताल पर जाएँगे। प्रांतीय सचिव डॉ. राजशेखर पाण्डेय, सर्विस डॉक्टर विंग के प्रांतीय सचिव डॉ. पंकज बुधौलिया और जबलपुर शाखा के मानसेवी सचिव डॉ. बृजेश चौधरी ने एसोएिएशन की ओर से जूनियर डॉक्टर्स की माँगों का समर्थन किया है।
 

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