ट्रेनों में किन्नरों की गुंडागर्दी, यात्रियों से 100 रुपए तक वसूले जा रहे

ट्रेनों में किन्नरों की गुंडागर्दी, यात्रियों से 100 रुपए तक वसूले जा रहे

Anita Peddulwar
Update: 2019-05-09 09:53 GMT
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डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर की ओर आ रही ओखा पोरबंदर-हावड़ा एक्सप्रेस में गुरुवार की सुबह किन्नरों को भारी आतंक देखने मिला। जनरल बोगी में सफर करने वाले गरीब यात्रियों को अकोला से नागपुर के बीच अलग-अलग किन्नरों ने दो बार लूटा। हर यात्री से 100 रुपए मांगे गए, जिसने नहीं दिया उसे थप्पड लगाने से भी किन्नर पीछे नहीं हटे। ऐसे में यात्रियों में आरपीएफ के प्रति रोष व्याप्त है। सूत्रों की माने तो आए दिन इस तरह के वाक्य जनरल बोगियों में होते रहते हैं। बावजूद इसके कोई सुरक्षा व्यवस्था ट्रेनों के जनरल बोगियों में नहीं पहुंच पाते हैं।

यात्रियों ने बताया कि ट्रेन नंबर 12905 ओखा पोरबंदर-हावड़ा एक्सप्रेस में अकोला से किन्नरों द्वारा यात्रियों को परेशान करने का सिलसिला शुरू हुआ था। अकोला में पहले सुबह 5.20 बजे 4 किन्नर गाड़ी में चढ़े हर यात्री के पास जाकर वे पैसों की मांग कर रहे थे। कोई 50 तो कोई उन्हें 100 रुपए दे रहा था। जिनके पास पैसे नहीं रहते वह नहीं दे रहे थे, ऐसे में उनसे अभद्र व्यवहार किया जा रहा था। जैसे-तैसे बडनेरा स्टेशन आते ही आउटर पर किन्नर उतर गए, जिसके बाद यात्रियों ने राहत महसूस की, लेकिन यह राहत ज्यादा देर तक नहीं रही। क्योंकि बडनेरा स्टेशन पर धीमी गति से ट्रेन पार ही कर रही थी, कि 4 और किन्नर इसमें चढ़े जिन्होंने काफी आक्रामक तरीके से यात्रियों से पैसों की मांग करना शुरू कर दिया। पहले ही पैसे दे चुके अधिकांश यात्रियों ने इन्हें पैसे देने से इंकार कर दिया। जिससे नाराज होकर एक किन्नर ने यात्रियों को थप्पड़ जड़ दिया। ऐसा उन्होंने एक नहीं बल्कि एक से ज्यादा यात्रियों के साथ किया। जिससे यात्री बुरी तरह दहशत में आ गए। दहशत से बाहर निकालने के लिए कोई भी सुरक्षा व्यवस्था यहां मौजूद नहीं थी।

रही-सही कसर अवैध वेन्डर ने निकाली
भले ही आरपीएफ नागपुर विभाग को अवैध वेन्डरों से मुक्ति के डिंग मारता है, लेकिन असलियत कुछ और है। नागपुर विभाग के धामनगांव, पुलगांव, वर्धा, बुट्‌टीबोरी के बीच में धड़ल्ले से अवैध वेन्डरों का राज चलता है। पहले से हाउसफुल गाड़ियों में यात्रियों को धक्के मारते-मारते यह वेन्डर एक कोने से दूसरे कोने तक चाय-चाय करते घूमते हैं। यही नहीं फल से लेकर हाथ में पहनने वाली घड़ियों को यहां बेचा जाता है।

नागपुर स्टेशन तक नहीं पहुंचते  
सूत्रों के अनुसार किन्नर हो या अवैध वेन्डर नागपुर स्टेशन तक नहीं पहुंचते हैं, लेकिन नागपुर स्टेशन के एक स्टेशन पहले तक इनके द्वारा रोजाना विभिन्न ट्रेनों में उपस्थिति रहती है। 

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