"मैं केरेक्टरलेस नहीं हूं" इतना कहकर महिला ने लगाई फांसी

"मैं केरेक्टरलेस नहीं हूं" इतना कहकर महिला ने लगाई फांसी

Bhaskar Hindi
Update: 2017-06-13 10:14 GMT
"मैं केरेक्टरलेस नहीं हूं" इतना कहकर महिला ने लगाई फांसी

टीम डिजिटल, जबलपुर. पति से तलाक के बाद लिव इन में रह रही लेडी डॉक्टर शुभ्रा राज ने अपने घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. डॉक्टर ने सुसाइड नोट में लिखा है कि 'मैं टूट चुकी हूं, मैं कैरेक्टरलेस नहीं हूं'. लेडी डॉक्टर की दो मासूम बेटियां भी हैं.

मृतक 40 साल की डॉक्टर डॉ. शुभ्रा राज एल्गिन हॉस्पिटल की गायनोक्लोजिस्ट थी. जो लेडी एल्गिन हॉस्पिटल में बतौर गायनो पोस्टेड थी. उनका पहले पति डॉ. अशोक विद्यार्थी से तलाक हो चुका था. अब वह ओजस होम्स धनवंतरी नगर में डॉ. आशीष राज के साथ लिव इन में रह रही थीं.

बता दें कि रविवार शाम डॉ. शुभ्रा ने अपनी 8 साल की बेटी मिष्ठी और 4 साल की बेटी पीहू को पड़ोसियों के घर खेलने के लिए भेज दिया. इसके बाद अपने बेडरूम में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. 1 घंटे बाद जब बेटियां वापस घर लौटी तो उन्होंने मां को फांसी के फंदे पर लटका हुआ देखा. इसके बाद पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी.

पुलिस ने डॉ. शुभ्रा के सुसाइड नोट को जब्त कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने बताया कि डॉ. शुभ्रा ने पिछले साल डॉ. आशीष के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराया था. इसके बाद दोनों के बीच समझौता हो गया. दोनों साथ में रहने लगे थे. डॉ. आशीष पहले से शादीशुदा है. उन दोनों के बीच में पहले भी विवाद हो चुका है. पुलिस इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है.

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