खमरिया स्कूल के पास दिखा तेंदुए का परिवार

लोगों की भीड़ देख जंगल की तरफ लौटा खमरिया स्कूल के पास दिखा तेंदुए का परिवार

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-10 17:31 GMT

डिजिटल डेस्क जबलपुर। सीओडी और डुमना की पहाडिय़ों से लगे खमरिया स्कूल के पास बुधवार की सुबह नर-मादा तेंदुए अपने दो नन्हें शावकों के साथ घूमते हुए नजर आए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नर तेंदुआ नीम के एक पेड़ पर िनगरानी की मुद्रा में था, जबकि मादा तेंदुआ जमीन पर शावकों को दुलार कर रही थी। हालाँकि जैसे ही लोगों की भीड़ एकत्रित होनी शुरू हुई, तेंदुए का परिवार जंगल की तरफ लौट गया। वैसे सालों से खमरिया स्कूल के आसपास साल भर तेंदुओं का मूवमेंट रहता है। कभी िशकार के लिए तो कभी प्यास बुझाने के लिए स्कूल से लगे तालाब में तेंदुए पहुँचते रहते हैं। तेंदुओं के कारण इस इलाके में हमेशा से दहशत का माहौल बना रहता था, लेकिन बुधवार को स्कूल के टीचर और स्टूडेंट्स से जब बात की गई तो अलग अनुभव िमला, क्योंिक पहली बार सभी लोगों का कहना था िक अब हमें इनकी आदत पड़ चुकी है, इसलिए अब डर नहीं लगता। जानकार इसे पर्यावरण और वन्य प्राणियों की गतिविधियों के लिए सुखद बात मान रहे हैं। पर्यावरणविदों का मानना है िक खमरिया, सीओडी, डुमना और आसपास के जंगल सैकड़ों वर्ष से तेंदुओं के मुख्य रहवास एरिया रहे हैं। अभी भी सबसे ज्यादा तेंदुए सीओडी और डुमना के बीच ही रहते हैं।
खतरे के डर से इंसानों पर करते हैं हमला
वन्य प्राणी विशेषज्ञ मनीष कुलश्रेष्ठ के अनुसार तेेंदुए सिर्फ वन्य प्राणियों और पालतू जानवरोंं का िशकार करते हैं। इंसानों से ये हमेशा दूर ही रहते हैं, लेकिन जब इन्हें बहुत ज्यादा खतरे का एहसास होता है, तभी ये इंसानों पर अटैक करते हैं। हालाँकि पूर्व में खमरिया स्कूल के चौकीदार, एमपीईबी कर्मी समेत कई लोगों पर तेंदुओं ने हमला किया, लेकिन िकसी की जान नहीं ली। इस घटना की जानकारी वन िवभाग के पास भी पहुँची है, जिसको लेकर गश्ती दल सक्रिय किया गया है।

 

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