मुश्किल से बची सह लोको पायलट की जान, यात्रियों और लोको पायलट की सूझ बूझ ने बचाया

मुश्किल से बची सह लोको पायलट की जान, यात्रियों और लोको पायलट की सूझ बूझ ने बचाया

Bhaskar Hindi
Update: 2018-06-28 09:19 GMT
मुश्किल से बची सह लोको पायलट की जान, यात्रियों और लोको पायलट की सूझ बूझ ने बचाया

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। एक सहायक महिला लोको पायलट की जान उस वक्त जाते -जाते बच गई जब वह करेली स्टेशन पर इंजन का निरीक्षण कर रही थी। वक्त पर प्लेटफार्म पर खड़े यात्रियाों की नजर पड़ जाने तथा लोको पायलट द्वारा तत्काल इंजन बंद कर देनेे से हादसा होने से टल गया।

इस संबंध में बताया गया है कि जबलपुर से दिल्ली की ओर जाने वाली श्रीधाम एक्सप्रेस के इंजन के पंखे में सहायक लोको पायलट नेहा अंजुम का दुपट्टा उस समय फंस गया, जब वह करेली स्टेशन पर इंजन की जांच कर रही थी। दुपट्टा फंसने से उसके गले में फंदा लग गया और वह छटपटाने लगी। इंजन में दुपट्टा फंसा देख यात्रियों एवं लोको पायलट ने उसे पकड़कर खींचा और उसके दुपट्टे को पंखे से बाहर निकाला। घायल नेहा अंजुम को तुरन्त अस्पताल इलाज के लिए पहुंचाया गया।

जानकारी मिली है कि श्रीधाम एक्सप्रेस में जबलपुर से इटारसी तक महिला सहायक लोको पायलट नेहा अंजुम की ड्यूटी लगी थी। करेली स्टेशन पर जब ट्रेन रुकी तो नेहा अंजुम इंजन चैक करने के लिए नीचे उतरी। उसी दौरान उसका दुपट्टा इंजन के पंखे में फंस गया और वह दुपट्टे के साथ खिसकती चली गई, उसके गले में जब दुपट्टे का फंदा कसना शुरू हुआ तो वह चिल्लाईप्लेटफार्म पर खड़े यात्रियाों की नजर पड़ जाने से लोगों का ध्यान उसकी ओर गया। लोगों ने दौड़कर पहले तो उसका दुपट्टा खींचा जो कि कसता जा रहा था और उसे पकड़ कर रोका फिर इंजन बंद कराकर नेहा को फंदे से बाहर निकाला।

भीड़ जमा हो गई
इस हादसे के दौरान भारी भीड़ एकत्र हो गई और नेहा को करेली में प्राथमिक उपचार के बाद नरसिंहपुर अस्पताल भिजवाया गया। इस संबंध में जानकारी मिली है किनेहा के अलावा इस इंजन में पायलट डीके अरोरा, एएलपी हिमांशु ,सीएलआई के के सोनी भी उपस्थित थे।

 

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