तलाक के 4 साल बाद फिर से शादी, ऐसी है इस जोड़े की कहानी

तलाक के 4 साल बाद फिर से शादी, ऐसी है इस जोड़े की कहानी

Bhaskar Hindi
Update: 2018-07-17 08:33 GMT
तलाक के 4 साल बाद फिर से शादी, ऐसी है इस जोड़े की कहानी

डिजिटल डेस्क जबलपुर। शायद किसी ने सही कहा है कि जोड़ियां ऊपर बनती हैं। 10 साल पहले ऐसी ही एक जोड़ी बनी, लेकिन 6 साल गुजरने के बाद तलाक हो गया। दोनों की राहें जरुर अलग हो गई, लेकिन पति-पत्नी में प्रेम भीतर ही भीतर पनपता रहा। दूसरी तरफ दोनों ओर से परिजन छुटपुट ही सही, लेकिन गुजरे दिनों की मिठास को बार-बार परोसते रहे।

फिर से हल्दी लगी और भांवरे भी पड़ीं
बिखरे रिश्तों को जोडंने की मुहिम रंग लाई और बिछड़े हुए दपंति फिर एक होने को राजी हो गए। बकायदा नाते-रिश्तेदार जुडे, हल्दी लगी और भांवरे भी पड़ीं। कुल मिलाकर एक दशक पहले हुई शादी का री-टैक हुआ। सोमवार को दोनों ने कलेक्ट्रेट कोर्ट में हाजिर हुए और सरकारी तौर पर मंजूरी भी हासिल कर ली।

पता चला है कि पनागर क्षेत्र के उमरिया चौबे के रहने वाले संजेश चौबे का विवाह बल्देवबाग की रानू चौबे (तिवारी) से वर्ष 2008 में हुआ था। शादी के कुछ ही महीनों बाद पति-पत्नि में छोटी-छोटी बातों को लेकर कहासुनी होने लगी। रानू जहां शहर में रहना चाहती थी, वहीं संजेश अपने गांव में ही रहकर गुजर-बसर करना चाहता था। इसके अलावा भी अन्य मुद्दों पर दोनों के बीच विवाद होता रहा।

परिवार वाले करते रहे कोशिश
तकरार इस कदर बढ़ गई कि दोनों ने अलग होने का फैसला करते हुए तालाक के आवेदन कर दिया। दोनों की सहमति से वर्ष 2014 में न्यायालय ने दोनों के तालाक को मंजूरी दे दी। तालाक के बाद दोनों पति-पत्नि अपने-अपने घर में रहने लगे और एक-दूसरे से वास्ता लगभग तोड़ लिया। शादी टूटने के पहले और बाद में भी दोनों के परिजन सुलह कराने की कोशिश में जुटे रहे। आखिरकार परिजनों की कोशिशें रंग लाई और संजेश और रानू ने फिर एक-दूसरे का हाथ थामने का मन बना लिया। फिर क्या था, दोनों ने शादी के लिए एडीएम बीपी द्विवेदी की कोर्ट में आवेदन दिया। कोर्ट ने दोनों को 16 जुलाई को शादी की तारीख दे दी। इसके बाद संजेश और रानू अपने-अपने परिजनों व करीबियों के साथ कोर्ट पहुंचे और एडीएम के समक्ष सरकारी शादी की।

 

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