रादुविवि में होगी मेडिकल इंजीनियरिंग, नेचुरोपैथी, फाइन आर्ट सहित कृषि की पढ़ाई

रादुविवि में होगी मेडिकल इंजीनियरिंग, नेचुरोपैथी, फाइन आर्ट सहित कृषि की पढ़ाई

Bhaskar Hindi
Update: 2021-02-26 10:03 GMT
रादुविवि में होगी मेडिकल इंजीनियरिंग, नेचुरोपैथी, फाइन आर्ट सहित कृषि की पढ़ाई

प्रबंधन तैयार कर रहा पाठ्यक्रमों का खाका, जिला प्रशासन से माँगी नए भवन के निर्माण हेतु भूमि
डिजिटल डेस्क जबलपुर ।
आने वाले समय मेें रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में पारंपरिक पाठ्यक्रम के अलावा मेडिकल, इंजीनियरिंग, नेचुरोपैथी, फाइन आर्ट सहित कृषि आदि की पढ़ाई भी कराई जाएगी। डिग्री के अलावा, सर्टिफिकेट, डिप्लोमा कोर्स भी विवि का हिस्सा बनेंगे। इस पर उच्च शिक्षा विभाग से कुलपति प्रो. कपिल देव मिश्र को सहमति मिल गई है। जिस दिशा में विवि प्रशासन ने काम करना शुरू कर दिया है। नई शिक्षा नीति में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। रोजगार की दृष्टि से पाठ्यक्रम बनाने के निर्देश उच्च शिक्षा विभाग ने दिए हैं। कुलपति प्रो. मिश्र के अनुसार छात्रों को आत्म निर्भर बनाने के लिए नए पाठ्यक्रम शुरू करना आवश्यक है, जिसकी डिमांड ज्यादा है। फाइन आर्ट जैसे विषयों में रोजगार के अच्छे अवसर हैं। इसके अलावा भी जो नए पाठ्यक्रम विवि शुरू करेगा वो सभी रोजगारोन्मुखी होंगे। विवि प्रशासन ने पाठ्यक्रमों का खाका तैयार करना शुरू कर दिया है, जिसे शासन से अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। संभवत: नए सत्र से नए पाठ्यक्रम विवि में शुरू हो सकते हैं। नए पाठ्यक्रमों के लिए नए भवनों की भी आवश्यकता होगी। इसके लिए विवि प्रशासन ने चर्चा कर जमीन की माँग जिला प्रशासन से की है। 
एक साथ मिल सकेंगी दो डिग्रियाँ 
 विवि विद्यार्थियों को एक समय पर दो डिग्री देगा। बजट 2021 में सरकार ने ज्वॉइंट और ड्यूल डिग्री का रास्ता खोल दिया है। भारतीय और विदेशी शैक्षणिक संस्थानोंं व विश्वविद्यालयों के बीच अनुबंध किया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को विदेशों में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम को पढऩे का मौका मिल सके। यूजीसी शैक्षणिक गतिविधियों के लिए भारतीय विदेशी संस्थानों के बीच अनुबंध को लेकर एक प्रारूप बना रहा है।
इनका कहना है 
विवि में इंजीनियरिंग, मेडिकल, कृषि व फाइन आर्ट जैसों विषयों की पढ़ाई कराई जाएगी। बीच में कोर्स छोडऩे वाले विद्यार्थियों को डिप्लोमा, सर्टिफिकेट की सुविधा दी जाएगी।  नई शिक्षा नीति को नए सत्र से विवि में लागू किया जाएगा। छात्र एक साथ दो डिग्रियाँ ले सकेंगे। 
-प्रो. कपिलदेव मिश्र  कुलपति रादुविवि 
 

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