हर पांचवां भारतीय अवसाद से पीड़ित- डॉ. हुजैफा 

हर पांचवां भारतीय अवसाद से पीड़ित- डॉ. हुजैफा 

Anita Peddulwar
Update: 2019-07-27 12:45 GMT
हर पांचवां भारतीय अवसाद से पीड़ित- डॉ. हुजैफा 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। वॉकहार्ट फाउंडेशन के ट्रस्टी तथा सीईओ डॉ. हुजैफा खोराकीवाला ने कहा कि देश में सबसे बड़ी आबादी मानसिक रूप से पीड़ित है। उन्होंने कहा कि हर पांच में से एक भारतीय किसी न किसी मानसिक बीमारी को अपने जीवन में देखता है। इसमें अवसाद सबसे अहम है। मुंबई में वॉकहार्ट फाउंडेशन की ओर से मानसिक स्वास्थ्य के वर्तमान भारतीय परिदृश्य और कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के मुद्दे पर चर्चा सत्र का आयोजन हुआ। डॉ. हुजैफा ने कहा कि भारत में अकेलेपन और आर्थिक विषमताओं के साथ जटिल आधुनिक जीवन शैली के कारण मानसिक स्वास्थ्य खराब होने के मामले में लगातार इजाफा हो रहा है। भारत में 15 से 29 साल के आयु वाले लोगों में अवसाद के कारण आत्महत्या एक प्रमुख कारण है। इसलिए इस पर तुरंत कदम उठाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि आने वाले समय में मानसिक स्वास्थ्य नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करना और सीएसआर संसाधनों में मानसिक स्वास्थ्य देखभाल में निवेश को बढ़ाने पर जोर देने चाहिए। वहीं आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट की पहल एमपावर की नीरजा बिड़ला ने कहा कि देश में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को परंपरागत रूप से अनदेखा किया गया है या फिर इसे छुपा दिया जाता है। यह बात दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य सेवाओ की सबसे ज्यादा जरुरत अब महसूस हो रही है। इस मौके पर बिड़ला को उनके योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया। वॉकहार्ट फाउंडेशन की निदेशक अस्मिता सत्यार्थी ने कहा कि फाउंडेशन सीएसआर हब इस मुददे को लगातार उठाने और संवाद के साथ जागरुकता के लिए प्रतिबद्ध है।

देश में मानसिक स्वास्थ्य के बारे में कुछ तथ्य

- भारत में 150 मिलियन लोग मानसिक बीमारी से प्रभावित हैं, लेकिन इनमें से केवल 10-12% लोग ही मदद मांगते हैं। 
- मानसिक बीमारियों की व्यापकता उदाहरण के रूप में मूड डिसऑर्डर महिलाओं (7.5%) की तुलना में पुरुषों (13.9%) में अधिक है।
- 18 साल से ऊपर की 22.4% आबादी पदार्थ उपयोग विकार, प्रमुख रूप से तंबाकू और शराब से पीड़ित है। 
- महिलाओं  (0.5%) की तुलना में पुरुषों (9%) में शराब का उपयोग अधिक पाया जाता है। 
- सबसे आम अवसाद होने के साथ किशोरों (13 से 17 वर्ष) के बीच मानसिक बीमारी की व्यापकता 7.3% है। 
- मानसिक विकारों के लिए उपचार की खाई विभिन्न विकारों में 70% से 92% के बीच होती है। 
- भारत में 15 से 29 वर्ष की आयु के लोगों में आत्महत्या मृत्यु का प्रमुख कारण है।  

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