RSS के कार्यक्रम का विरोध करने वालों पर गड़करी ने साधा निशाना
RSS के कार्यक्रम का विरोध करने वालों पर गड़करी ने साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के कार्यक्रम में जाने को लेकर विरोध करनेवालों पर निशाना साधा है। गडकरी ने सवाल किया है कि क्या संघ आईएसआईएस या कोई पाकिस्तानी संगठन है? उन्होंने कहा कि मुखर्जी के RSS के समारोह में जाने का विरोध करने वाले लोग छोटे दिल के हैं। विरोध करने वाले दूसरों को सांप्रदायिक कहते हैं लेकिन ये खुद ही सांप्रदायिक हैं। गडकरी ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक अस्पृश्यता अच्छी बात नहीं है। हमें एक-दूसरे से मिलकर बातचीत करनी चाहिए। साथ ही एक-दूसरे के विचारों का सम्मान करना चाहिए। गडकरी ने कहा कि मैं जब भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना था, तब मैं दिल्ली में भाकपा नेता एबी वर्धन का आशीर्वाद लेने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी के दफ्तर गया था। नागपुर के रहने वाले वर्धन को मैं आइकॉन मानता हूं।
गडकरी न कहा कि इसी प्रकार संघ के कार्यक्रम में यदि मुखर्जी जाते हैं तो यह स्वागत योग्य बात है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि RSS के कार्यक्रम में किसे बुलाना है और किसे जाना है? यह बुलाने वाले और जाने वाले का अधिकार है। लेकिन राजनीतिक अस्पृश्यता उचित बात नहीं है। गौरतलब है कि नागपुर के रेशीमबाग में आगामी 7 जून को संघ शिक्षा वर्ग तृतीय वर्ष का समापन समारोह आयोजित किया गया है। संघ ने इस कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को आमंत्रण दिया है। प्रणब ने भी संघ के इस आमंत्रण को स्वीकार किया है।
संघ को घटिया संगठन बताते थे प्रणब दा : कांग्रेस
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा, "कांग्रेस नेता होने के नाते प्रणब दा ने कई बार RSS के बारे में बात की। उनकी नजर में RSS से घटिया और गंदी संस्था देश में कोई नहीं है। उन्होंने संस्था के भ्रष्टाचार के बारे में बताया। उनका कहना था कि इसे देश से बाहर फेंकना चाहिए। RSS अगर ऐसी विचारधारा के अतिथि को बुला रहा है, इसका मतलब वह अब उनके विचारों से सहमत हो गया है।"